Basant Panchami पर गुलाल उड़ाकर ब्रज में होली की शुरुआत करेंगे बांकेबिहारी, आराध्य संग होली खेलने आएंगे भक्त
Basant Panchami देश विदेश से लाखाें भक्त बांकेबिहारी मंदिर में होली के लिए आएंगे। बाहरी गाड़ियों को वृंदावन के बाहर पार्किंग में खड़ा कराया जाएगा। चालीस दिन ही होली बसंत पंचमी से शुरू होती है साल भर इस क्षण का भक्तों को इंतजार रहता है।
संवाद सहयोगी, वृंदावन-मथुरा। बसंत पंचमी 26 जनवरी को ठाकुर बांकेबिहारीजी भक्तों संग होली खेलकर ब्रज में चालीस दिवसीय होली की शुरुआत करेंगे। पंचमी पर बसंती पोशाक धारण कर श्रृंगार आरती के बाद सेवायत जब ठाकुरजी का प्रसादी गुलाल भक्तों पर उड़ाएंगे, तो ब्रज में इसी दिन से होली की शुरुआत होगी। उसके बाद ठाकुरजी को गुलाल का फेंटा बांध गाल पर गुलाल लगाकर ही भक्तों को दर्शन देंगे।
होली खेलकर करेंगे ब्रज में होली का आगाज
बसंत पंचमी पर ठा. बांकेबिहारी भक्तों संग होली खेल ब्रज में होली का आगाज करेंगे। मंदिर में शृंगार आरती के समय गुलाल उड़ाकर ठाकुरजी का प्रतिनिधित्व करते हुए सेवायत होली की शुरुआत करेंगे। ऐसे में मंदिर में प्रवेश करते ही आराध्य के प्रसादी रंग के एक-एक कण में सराबोर होने को उत्साहित श्रद्धालु देश दुनिया से वृंदावन में डेरा डालेंगे।
शाहजी मंदिर का कमरा करता है आकर्षित
बसंत पंचमी पर शाहजी मंदिर में खुलने वाले बसंती कमरे में विराजमान होकर ठाकुरजी ने भक्तों को दर्शन देंगे, तो अद्भुत और आकर्षक बसंती कमरा भक्तों को मुग्ध करता नजर आएगा।
अद्भुत आभा से मुग्ध करेगा बसंती कमरा
शाहजी मंदिर स्थित बसंती कमरे के रंगबिरंगे झाड़-फनूस, कलात्मक दर्पण से निकलती प्रकाश की अद्भुत किरणें और कमरे के बीच फव्वारों के सामने रत्नजड़ित सिंहासन पर विराजमान ठा. राधारमणलालजू की झलक को अपलक निहारते भक्त कमरे की आभा में डूबे नजर आएंगे। कमरे में रंगबिरंगी झाड़ फनूस से झांकती रोशनी भक्तों को आल्हादित करेगी। मंदिर में स्थित संमगरमर के टेढ़े खंभे और मुंडेर पर रोमन व इटेलियन शैली का झलक जब भक्तों को आल्हादित करेगी।
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रत्न जड़ित स्वर्ण सिंहासन पर ठा. राधारमणलाल जू भक्तों को दर्शन देंगे
लखनवी डिजाइन के विभिन्न रंगों की झाड़-फनूस, कलात्मक दर्पण, स्वर्ण आभा लिए दीवार, विशाल गोलाकार छत पर चंदोबा जैसी पच्चीकारी, ऊपर से चारों ओर झांकती विभिन्न मुद्राओं में 12 सखियां कमरे की शोभा बढ़ाती हैं। मंदिर के कलात्मक दर्पण और झाड़-फनूस पर जब विद्युत प्रकाश पड़ेगा तो बसंती छटा बिखरती नजर आएगी। कमरे के ठीक मध्य फव्वारों के सामने रत्न जड़ित स्वर्ण सिंहासन पर ठा. राधारमणलाल जू भक्तों को दर्शन देंगे।