हाईवे पुलिस ने किया जहरीली शराब बनाने का भंडाफोड़
गिरोह का मास्टरमाइंड देसी शराब का ठेकेदार दो साथियों संग गिरफ्तार शिकंजा शौकीनों की जिदगी से खेल रहा था देसी शराब का ठेकेदार रेक्टीफाइड स्प्रिट यूरिया और रंग के मिश्रण करते थे तैयार
जागरण संवाददाता, मथुरा : देसी शराब के शौकीनों को जहरीली शराब थमा कर उनकी जिदगी से खेल रहे गिरोह का हाईवे पुलिस ने मंगलवार को भंडाफोड़ किया है। गिरोह का मास्टरमाइंड देसी शराब का ठेकेदार ही निकला। ठेकेदार को उसके दो साथियों के साथ पुलिस ने नौगांव से जहरीली शराब बनाते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। दो साथी पुलिस को चकमा देकर रफूचक्कर हो गए।
थाना हाईवे क्षेत्र के गांव नौगांव निवासी महाराज सिंह देसी शराब का ठेकेदार है। थाना मगोर्रा क्षेत्र के गांव कोसीखुर्द में बस स्टैंड के पास उसका देसी शराब का ठेका है। महाराज सिंह का चचेरा भाई विष्णु इस पर सेल्समैन था। दोनों मिलकर रेक्टीफाइड स्प्रिट में यूरिया और रंग मिलाकर देसी शराब बनाकर ठेके से बेच रहे थे। खाली पाउच और क्वार्टर में भरकर इस जहरीली शराब को ठेका से बेचने के अलावा आसपास के गांवों में भी सप्लाई कर रहे थे। एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि पुलिस को जहरीली शराब मिलने की जानकारी मिल रही थी। इसके सुराग भी थाना हाईवे क्षेत्र में मिले थे। इस पर इंस्पेक्टर पीआर शर्मा को लगाया गया और उन्होंने सोमवार की शाम को जहरीली शराब बनाने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर इस धंधे का भंडाफोड़ करने में सफलता हासिल कर ली। एसएसपी ने बताया कि हाईवे थाना क्षेत्र के नौगांव निवासी महाराज सिंह, विष्णु और थाना जमुनापार के गांव अलीपुर निवासी प्रेम शंकर को नौगांव से सोमवार की शाम को गिरफ्तार किया गया है। मौके से पुलिस ने 200-200 लीटर के रेक्टीफाइड स्प्रिट भरे तीन ड्रम, पांच किलो यूरिया, एक पाइप, एक बाल्टी, 70 पॉलीथिन खाली और शराब से भरी दस पॉलीथिन भी बरामद की गई। रेक्टीफाइड स्प्रिट, यूरिया और रंग मिलाकर आरोपित शराब तैयार कर रहे थे। इंस्पेक्टर हाईवे ने बताया कि वृंदावन निवासी संजय कुमार और राजकुमार शर्मा फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी है। इंस्पेक्टर हाईवे पीआर शर्मा, एसआइ हरेंद्र कुमार, धर्मेंद्र कुमार, प्रेमकुमार उपाध्याय शामिल रहे। ट्रांसपोर्टर लाता था स्प्रिट : एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर, एसपी सिटी अशोक कुमार मीणा और सीओ रिफाइनरी वरुण कुमार ने आरोपितों से अलग-अलग पूछताछ की। पूछताछ में तीनों ने पुलिस को बताया कि मसानी स्थित लव कैरियर ट्रांसपोर्ट का संचालक वृंदावन निवासी संजय कुमार और उसका साथी रामकुमार रेक्टीफाइड स्प्रिट लाकर देते थे। उन तक पहुंचाने का काम प्रेमशंकर करता था, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है और वह ट्रांसपोर्टर के यहां नौकरी करता था। पकड़ी गई रेक्टीफाइड स्प्रिट की बिक्री पर प्रतिबंध है। बताया गया है कि इस शराब के सेवन से व्यक्ति की आंखों की रोशनी जा सकती है और अधिक पीने पर उसकी मौत भी हो सकती है।