बिना आर्थिक मदद थाईलैंड पहुंची प्रिया ने जीता गोल्ड
सरकारी खेल संस्थानों से मदद न मिलने से बेहद उदास है पॉवर लिफ्टर, थाईलैंड में हुई थी चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ओपन प्रतियोगिता
जागरण संवाददाता, मथुरा: ग्रामीण परिवेश से वास्ता रखने वालीं बेटियां भी खेल की दुनिया में सफलता का परचम लहरा रही हैं, लेकिन सरकार के उदासीन रवैया उनको परेशान कर देता है। ब्रज की पॉवर लि¨फ्टग की होनहार खिलाड़ी प्रिया कुंतल ने एक लाख रुपये खर्च कर थाईलैंड की प्रतियोगिता में भाग लिया और स्वर्ण पदक जीतकर 'सरकारी व्यवस्थाओं' को आइना दिखाया है।
सौंख अंर्तगत नगला सीसराम की प्रिया कुंतल ने थाईलैंड में 57 किलो भार वर्ग में 260 किलो वजन उठाकर चार दिवसीय ओपन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीत कर ब्रज के साथ देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। प्रतियोगिता दो से पांच नवंबर के बीच हुई है।
गांव लौटने पर ग्रामीणों ने जोरदार स्वागत किया। इस सफलता के बाद प्रिया अपने गांव की लड़कियों की यूथ आइकॉन बन गई है।
प्रिया का सपना है पॉवर लि¨फ्टग में कॉमनवेल्थ और एशियाड गेम्स में ब्रज के साथ देश और प्रदेश का नाम करे। पहले भी राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर नीमराना और गोरखपुर में आयोजित मुकाबलों दो गोल्ड जीत चुकी हैं, लेकिन प्रिया को अफसोस इस बात का है इतनी बड़ी सफलता के बाद भी सरकारी खेल संस्थानों का रवैया बेहद उदासीन है। थाईलैंड जाने-आने में करीब एक लाख रुपये का निजी खर्च परिवार और शुभ¨चतकों ने उठाया है।
प्रिया इस समय बीएसए कॉलेज में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा है। इस सफलता का श्रेय मां सुनीता देवी, पिता देवेंद्र ¨सह, चाचा गंभीर ¨सह और कोच गो¨वद ¨सह को देती है। प्रिया ने बताया कि थाईलैंड जाने से पहले एक माह तक सुबह और शाम को तीन-तीन घंटे अभ्यास किया है।