गंगा और गंगापुत्र बचाओ यात्रा 25 से: राजेंद्र ¨सह
जल पुरुष ने शंकराचार्य स्वरूपानंद से मुलाकात कर मांगी सहमति
जागरण संवाददाता, वृंदावन: शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के सानिध्य में 25 सितंबर को 'गंगा और गंगापुत्र बचाओ' यात्रा निकाली जाएगी। अगुवाई उनके शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद करेंगे। जलपुरुष राजेंद्र ¨सह ने रविवार को इसी मुद्दे पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद से सहमति प्राप्त की।
उड़िया बाबा आश्रम पहुंचे राजेंद्र ¨सह ने कहा कि गंगा-यमुना के संरक्षण के लिए शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती एवं उनके शिष्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बड़ा योगदान दिया है। प्रो. जीडी अग्रवाल 80 दिन से हरिद्वार में सेवानिवृत्त न्यायाधीश गिरधर मालवीय की गठित कमेटी के तैयार प्रारूप पर कानून बनाने की मांग लेकर अनशन कर रहे हैं।
बताया कि इस कमेटी में प्रो. जीडी अग्रवाल, पर्यावरणविद एमसी मेहता व अर्थशास्त्री भरत झुनझुनवाला ने गंगा को मां के समान दर्जा देते हुए प्रस्ताव तैयार किए थे, लेकिन सरकार ने इसे कूड़े की टोकरी में डाल दिया। नई कमेटी ने सरकार की मंशा के अनुरूप गंगा को एक सामान्य नदी के रूप में लेते हुए उसके जल के संपूर्ण दोहन के लिए करोड़ों रुपये पैदा करने वाले प्रस्ताव पेश कर दिए।
सच यह है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पद पर नहीं थे, तब उन्होंने गंगा को अविरल-निर्मल बनाए रखने की मांग का समर्थन किया था। आज वह मां गंगा को दिया अपना वादा भूल गए हैं। वादा याद कराने के लिए वह वृंदावन से लेकर हरिद्वार तक यात्रा करेंगे, जो वहां गंगा के उद्धार के लिए आमरण अनशन कर रहे स्वामी सानंद उर्फ प्रो. जीडी अग्रवाल को समर्थन देते हुए वाराणसी के लिए कूच करेगी।