अफसर आए, फ्लाईओवर की दरार देखी और चले गए
एलएंडटी अफसरों ने निरीक्षण कर बताया सामान्य चटकाव रिलायंस के अफसरों ने निर्धारित निरीक्षण आगे टाला
फरह(मथुरा), संसू। करीब 40 करोड़ की लागत से बने रैपुरा जाट और फरह फ्लाईओवर में आई दरारों को देखने के लिए सोमवार को एलएंडटी के अफसर पहुंचे। आशंका जो थी वही हुआ। अफसरों ने दरार देखी उन्हें सामान्य बताया और चले गए। इंजीनियरों और एलएंडटी के अधिकारियों ने न तो निर्माण सामग्री का सैंपल लिया और जांच कराने से भी इन्कार कर दिया। कह दिया यह सामान्य चटकाव है और इसकी रिपेयरिग समय-समय पर होती रहती है।
दोनों फ्लाईओवरों में दरार की खबर जागरण में प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद निर्माण एजेंसी समेत संबंधित अधिकारियों में खलबली मच गई थी। दो दिन लगातार दरारों को भरवाया गया और रंगाई-पुताई कर उन स्थानों को चमका दिया गया।
सोमवार सुबह इंजीनियर रघुनाथ कुमार, डीके शुक्ला निर्माण मैनेजर, मनोज तिवारी सहायक मैनेजर, जयवीर सिंह चौधरी प्रशासनिक मैनेजर और एलएंडटी के ग्रुप एडमिन सुशील गहलोत ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। उनको इंजीनियरों ने रंगाई पुताई का स्थान दिखाया, जिस पर वे संतुष्ट दिखे। रैपुरा जाट फ्लाई ओवर में एप्रोच रोड और क्रैश बैरियर के दरके स्थान को भी देखा। सुशील गहलोत ने बताया कि एप्रोच रोड और अंडरपास के पुल को जोड़ने वाली जगह पर हल्का सा चटकाव आता है, जिससे समय रहते भर दिया जाता है। बाद में एलएंडटी अधिकारियों को अंडर पास के नीचे दरके स्थान दिखाए गए, जो भर दिए गए थे। सुशील गहलोत ने कहा कि यह कोई गंभीर बात नहीं है। हवा पास होने के लिए ऐसे चटकाव आते रहते हैं। उन्होंने दोयम निर्माण से इन्कार करते हुए जांच की जरूरत भी नहीं बताई। बताया कि अभी ये फ्लाई ओवर कंपनी के सुपुर्द नहीं किए गए हैं।
कार्यदायी एजेंसी से ही करा दिया निरीक्षण
फरह: सोमवार को रिलायंस अधिकारियों और इंजीनियरों का निरीक्षण तय था, पर वे नहीं आए। एलएंडटी अधिकारियों को मंगलवार को निरीक्षण करना था, लेकिन वे सोमवार को आ धमके। प्रोजेक्ट मैनेजर राम चंद्र ने बताया कि व्यस्तता के कारण उनका निरीक्षण नही हो सका। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि कार्यदायी एजेंसी के अफसरों ने ही निरीक्षण कर जांच की इतिश्री कर दी है। प्रतीत हो रहा है कि दोनों कंपनियों के अफसर मामले को रफा-दफा का मन बना चुके हैं।