किसानों व पुलिस की धक्कामुक्की
कृषि कानूनों के विरोध में बाजना इंटर कालेज में किसानों का धरना शुक्रव
संवाद सूत्र, मथुरा: कृषि कानूनों के विरोध में बाजना इंटर कालेज में किसानों का धरना शुक्रवार को तीसरे दिन भी जारी रहा। यमुना एक्सप्रेस वे पर शांति मार्च निकालने के दौरान पुलिस से धक्का मुक्की हुई। किसानों बेरीकेडिग हटा दी, लेकिन पुलिस की सख्ती के चलते यमुना एक्सप्रेस वे पर किसान चढ़ नहीं सके।
किसान कल्याण समिति द्वारा कृषि कानून के विरोध में बाजना इंटर कालेज में धरना दिया जा रहा है। समिति ने प्रतिदिन एक्सप्रेस-वे पर शांति मार्च निकालने की भी घोषणा की है। शुक्रवार को एक्सप्रेस वे पर किसानों को चढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने करीब ढाई सौ मीटर पहले बेरीकेडिग की और सौ मीटर पहले वाहन खड़े कर दिए हैं। एसडीएम मांट श्याम अवध चौहान, सीओ मांट धर्मेंद्र चौहान फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। किसान दोपहर में एक्सप्रेस वे पर शांति मार्च निकालने के लिए बेरीकेडिग तक पहुंच गए। यहां किसानों से बेरीकेडिग हटा दी और पुलिस के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। किसान बेरीकेडिग हटाकर एक्सप्रेस वे पर चढ़ने लगे, लेकिन पुलिस ने सख्ती कर रोक दिया। इसके चलते करीब एक घंटे तक बाजना टोल प्लाजा से कोई भी वाहन यमुना एक्सप्रेस वे पर नहीं जा सका। बाद में किसान वापस धरना स्थल पर आ गए। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामबाबू सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशासन कब तक किसानों को रोकेगा। हर दिन यमुना एक्सप्रेस से होकर किसान शांति मार्च निकालेंगे। 26 जनवरी को 500 ट्रैक्टरों के साथ किसान यमुना एक्सप्रेस वे से होकर दिल्ली जाएंगे। दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होंगे। नरेंद्र पाठक ने कहा कि सरकार कृषि कानून बनाकर जमाखोरी व कालाबाजारी की खुली छूट दे रही है। यह कंपनियां क्षेत्रीय आढ़तियों के मुकाबले कई गुना ताकतवर हैं। इन कंपनियों का विदेशी कंपनियों के से गठजोड़ है। सुनील पाठक, बदन सिंह, हरवीर सिंह सोनी, ओमप्रकाश, कृपाल सिंह, हरज्ञान सिंह, जगदीश, मान सिंह, विजेंद्र सिंह, जयप्रकाश, महावीर सिंह मौजूद रहे। अध्यक्षता भगत सिंह चौधरी, संचालन जयपाल सिंह ने किया। एसडीएम मांट श्याम अवध चौहान ने बताया कि किसान एक्सप्रेस वे पर चढ़ने का प्रयास कर रहे थे, उनको रोका गया था।