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प्रगतिशील किसान मोती सिंह की हत्या, बेटा नामजद

वृंदावन कोतवाली की पुलिस चौकी जैंत क्षेत्र के अन्तर्गत गांव बाटी के प्रगतिशील किसान मोती सिंह पुत्र तोताराम उम्र करीब 67 वर्ष की सोमवार को तडके मौत हो गई। घटना के संबंध में मोती सिंह के बडे भाई ने अपने छोटे भाई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ग्रामीण बताते हैं कि मोती सिंह के दो पुत्र हैं। दोनो को एक-एक टैक्ट्रर है। रामेश्वर के ट्रैक्टर के ऋण की किस्ते सही समय से बैंक में जमा नहीं हो रही थीं। जबिक ट्रैक्टर की आमदनी को वह अपानी जेब में ही रख रहा था। इसी बात को लेकर रविवार रात को पिता-पुत्र में कहासुनी हो गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 12:08 AM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 06:04 AM (IST)
प्रगतिशील किसान मोती सिंह की हत्या, बेटा नामजद
प्रगतिशील किसान मोती सिंह की हत्या, बेटा नामजद

चौमुहां: वृंदावन कोतवाली क्षेत्र के गांव वाटी के प्रगतिशील किसान की जान उनके बेटे के हाथ चली गई। रविवार सुबह पिता और छोटे पुत्र के बीच में झगड़ा हो गया था। इस बीच गर्दन में चोट लगने से उनकी मौत हो गई। बड़े भाई ने अपने छोटे भाई के खिलाफ घटना को इत्तेफाक बताते हुए रिपोर्ट कराई है। हालांकि सुबह धारदार हथियार से हत्या किए जाने की अफवाह फैली थी।

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गांव वाटी के किसान मोती सिंह ने करीब दो साल पहले अपने बड़े बेटे नंदू और छोटे रामेश्वर के बीच संपत्ति का बंटवारा कर दिया था। दोनों को एक एक ट्रैक्टर भी दिलवा दिया। रामेश्वर ट्रैक्टर की बैंक किश्त समय पर अदा नहीं कर रहे थे। इसी बात को लेकर मोती सिंह का छोटे बेटे से विवाद होता रहता था। जुताई के पैसे वह अपने पिता को नहीं दे रह था। इसलिए मोती सिंह ने ट्रैक्टर का एक पहिया खोल कर रख लिया था। सुबह रामेश्वर तीन पहियों पर ट्रैक्टर को लेकर जुताई करने के लिए जा रहा था। मोती सिंह मोटरसाइकिल पर फैंचरी की तरफ से आ रहे थे। बारात घर के समीप बेटे से मुकाबला हो गया। पिता और पुत्र के बीच विवाद हो गया। झगड़े में उनकी गर्दन में चोट में लग गई और मोती सिंह की मौत हो गई। परिजनों ने शव को अंतिम संस्कार कर दिया। हालांकि सुबह रामेश्वर पर अपने पिता की हत्या किए जाने की आरोप की अफवाह फैल गई। सूचना पर सीओ सदर रमेश चंद तिवारी भी गांव पहुंच गए। इस मामले में नंदू ने अपने छोटे भाई के खिलाफ इत्तेफाक से गर्दन में चोट लग जाने और मौत होने की रिपोर्ट कराई है। इससे पहले परिजन मोती सिंह को उपचार के लिए लेकर अस्पताल गए थे। चौकी प्रभारी जैंत नीरज भाटी ने बताया कि घटना की तहकीकात की जा रही है।

कई पुरस्कार मिले: मोती सिंह लगनशील किसान थे। उन्होंने खारी पानी को मीठे पानी में तब्दील करने का करिश्मा भी दिखाया। राज्य सरकार ने उनको कई बार अधिक उत्पादन करने के लिए सम्मानित किया था। इतना ही नहीं भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा नई दिल्ली ने भी उनको बेहतर खेती करने के लिए सम्मानित किया। सपा सरकार ने कृषि विभाग की योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए उनको ही चुना था। प्रचार सामग्री पर उनकी फोटो प्रकाशित कराई गई थी।


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