पर्यावरण मंत्रालय की हरी झंडी, जल्द बनेगा रोपवे
बरसाना में अरावली पर्वत श्रृंखला पर करीब दो साल से लटक राधारानी रोप के निर्माण में आ रही सभी अड़चन समाप्त हो गई हैं। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से इसकी मंजूरी मिल गई है। जल्द ही सका निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। अखिलेश सरकार ने बरसाना, ¨वध्य वासिनी और चित्रकूट में रोप वे के निर्माण कार्य कराने की आधार शिला रखी थी।
मथुरा: बरसाना में अरावली पर्वत श्रृंखला पर करीब दो साल से लटके राधारानी रोपवे के निर्माण में आ रही सभी अड़चन समाप्त हो गई हैं। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से इसकी मंजूरी मिल गई है। जल्द ही इसका निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा।
प्रदेश में अभी तीन ही जगह रोप-वे हैं। इसमें ¨वध्यवासिनी और चित्रकूट में यह तैयार हो चुका है। राधारानी मंदिर के रोप-वे का निर्माण कार्य मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण ने अपने हाथ में लिया था। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से इसकी मंजूरी न मिलने के कारण रोप-वे का निर्माण कार्य करीब दो साल से लटका हुआ था। अब वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने इसके निर्माण की मंजूरी प्रदान कर दी है। श्रीराधारानी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी इसका निर्माण कराएगी। मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण के चीफ इंजीनियर अजीत ¨सह ने बताया कि रोपवे का एरिया करीब 14082.61 वर्ग मीटर होगा। इसमें पार्किंग भी शामिल है।
चढ़नी पड़ती हैं दो सौ सीढि़यां: दरअसल, बरसाना में राधारानी का मंदिर अरावली पर्वत के ऊपर बना हुआ है। श्रद्धालुओं को करीब दो सौ सीढि़यां चढ़कर दर्शन करने के लिए जाना पड़ रहा है। वृद्ध श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतें आती हैं। अब उनको मंदिर तक जाने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। वे रोप वे से आसानी से दर्शन करने के लिए आ जा सकते हैं।
सुरक्षा के दिए निर्देश: वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के निदेशक कौशल वशिष्ठ ने विद्युत विभाग और लोक निर्माण विभाग को भी निर्देशित किया है कि वह सुरक्षा को लेकर कार्यदायी संस्था का सहयोग करें। इसके साथ ही यह भी साफ कर दिया कि निर्माण कार्य सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश और टीटीजेड के नियम के अंतर्गत ही किया जाए।