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मेहनत से रोपे पौधे, सींच न सके अफसर

महंगे ट्री-गार्ड के अंदर सुखा डाले पौधेनौ अगस्त को 19 लाख रोपे थे पौधे

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Jan 2020 11:04 PM (IST)Updated: Tue, 07 Jan 2020 06:11 AM (IST)
मेहनत से रोपे पौधे, सींच न सके अफसर
मेहनत से रोपे पौधे, सींच न सके अफसर

जागरण संवाददाता, मथुरा: जिले में पिछले पांच साल में करीब 50 लाख पौधे रोपे गए हैं। इसमें सबसे अधिक हाल में नौ अगस्त को 19 लाख पौधे रोपे गए हैं। इसकी जिम्मेदारी विभिन्न विभागों को दी गई थी। हालांकि इस मेहनत को अफसर ठीक से सींच नहीं सके। महंगे ट्री-गार्ड के अंदर ही पौधे सुखा डाले।

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हरियाली की बात करने वाले अधिकारी कितने जिम्मेदार है, ये नजारा आपको खुद-ब-खुद ही दिख जाएगा। पर्यावरण बेहतर बनाने के लिए सरकार द्वारा हर साल पौधे रोपने का लक्ष्य दिया जाता है, यह कोरम जैसे-तैसे पूरा किया जाता है। बकायदा सुरक्षा को ट्री-गार्ड तक लगा दिए जाते हैं। मगर, ये जिम्मेदारी यही तक ही खत्म होती दिखती है। उसके आगे पौधों का नसीब होता है, तो पेड़ बन जाते हैं, नहीं तो खत्म हो जाते हैं। अधिकतर विभागों के कार्यालय में ज्यादातर पौधे इसी अवस्था में है। नगर निगम, जल निगम के अलावा राजकीय इंटर कॉलेज, टैंक चौराहा जैसी जगहों पर पौधे सूख रहे हैं। केवल पतला और सूखा तना ही रह गया है। इसमें काफी मद में पैसा खर्च करके ट्री-गार्ड भी लगवाए गए थे, लेकिन इसके अंदर पौधे सूख रहे हैं। खासकर नगर निगम में ट्री-गार्ड ही उखड़े हुए थे। इस पर मेयर डॉ. मुकेश आर्य बंधु ने बताया कि निगम परिसर के सुंदरीकरण का कार्य चल रहा है। जल्द कार्यालय हरा-भरा दिखेगा।

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पांच साल में 50 लाख पौधे: अगर पिछले पांच सालों बात की जाए, तो जिले में करीब 50 लाख पौधे रोपे गए हैं। इसमें सबसे अधिक हाल में नौ अगस्त को 19 लाख पौधे रोपे गए हैं। आगामी तीन सालों के लिए भी लक्ष्य तय हो गए हैं। प्रदेश सरकार की जिले में अगले तीन सालों में 1.19 करोड़ से ज्यादा पौधे रोपने की योजना है। पहले साल 33,08059, दूसरे साल 39,69,671, तीसरे वर्ष 46,31302 पौधे रोपे जाएंगे। इस कार्य में वन एवं वन्यजीव विभाग, पर्यावरण विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, राजस्व विभाग, पंचायतीराज विभाग, औद्योगिक विकास, लोक निर्माण, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग आदि शामिल होंगे।


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