25 बूथों पर वोटों की गिनती कराएगी देरी
सभी ईवीएम खुलने के बाद होगा वीवीपैट से मिलान पांच विस क्षेत्रों के लाटरी से निकाले जाएंगे 25 बूथ
मथुरा, जासं। 23 मई को मथुरा लोकसभा सीट पर होने वाली मतगणना में वीवीपैट से निकली पर्चियों की ईवीएम से गिनती परिणाम घोषणा में देरी करा सकती है। चुनाव आयोग के आदेश अनुसार हर विधानसभा क्षेत्र के पांच-पांच बूथों पर पर्चियों की गिनती की जानी है और यह प्रक्रिया ईवीएम से वोट गिने जाने के बाद शुरू होगी। इससे मतगणना एजेंटों को देर सायं तक रुकना पड़ेगा।
चुनाव आयोग ने हर लोकसभा सीट पर वहां के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से पांच बूथों पर वीवीपैट से निकली पर्चियों का ईवीएम के वोटों से मिलान करने का आदेश दिया है। हर विधानसभा सीट पर पांच-पांच बूथों की ईवीएम लाटरी से निकाली जाएंगी। उन ईवीएम में जितने वोट जिन प्रत्याशियों के निकले हैं, उनका मिलान वीवीपैट से निकली पर्चियों से किया जाएगा।
यह प्रक्रिया ईवीएम से पूरे लोकसभा क्षेत्र की गिनती होने के बाद शुरू की जाएगी। माना जा रहा है कि ईवीएम से परिणाम तो दोपहर तीन बजे तक आ सकते हैं, लेकिन वीवीपैट से मिलान करने में कई घंटे अतिरिक्त रूप से लग सकते हैं।
मथुरा लोकसभा सीट पर पांच विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच-पांच बूथों के लिए लाटरी डाली जाएगी और जो बूथ निकलेंगे, उनकी ईवीएम निकाल कर वहां की वीवीपैट से निकली पर्चियों का मिलान ईवीएम से निकले वोटों से किया जाएगा। मतगणना एजेंटों के समक्ष शुरू होने वाली इस प्रक्रिया में यदि किसी बूथ पर ईवीएम से निकले वोट और वीवीपैट की पर्चियों में अंतर पाया जाता है तो मतगणना परिणाम की घोषणा में न केवल विलंब हो सकता है, बल्कि विवाद भी सामने आ सकता है।
मतगणना एजेंट नियुक्त करने से पहले भाजपा, कांग्रेस और रालोद प्रत्याशियों और उनके दलों की ओर से एजेंटों को विशेष रूप से निर्देशित किया जा रहा है कि उन्हें वीवीपैट से निकली पर्चियों का मिलान होने के बाद ही मतगणना स्थल छोड़ना है।