एक तरफ बीमारियों का कचरा, दूसरी ओर मौत का खतरा
एक तरफ इंडस्ट्रीयल एरिया और दूसरी तरफ सैन्य क्षेत्र है। इसके बीच में नगला चंद्रभान, नगला शिवजी और शंकर पुरी कॉलोनी बीस हुई है। मुख्य रास्ता हाईवे और इंडस्ट्रीयल एरिया को जोड़ रहा है। इस रास्ते पर पांच दर्जन से अधिक गाय-भैंस बसी रहती है। हर तरफ कचरा बिखरा पड़ा है। नगर निगम की डस्टबीन कूड़े से भरी पड़ी है।
मथुरा, जासं। एक तरफ इंडस्ट्रीयल एरिया और दूसरी तरफ सैन्य क्षेत्र है। इसके बीच में नगला चंद्रभान, नगला शिवजी और शंकर पुरी कॉलोनी बसी हुई है। मुख्य रास्ता हाईवे और इंडस्ट्रीयल एरिया को जोड़ रहा है। इस रास्ते पर पांच दर्जन से अधिक गाय-भैंस बंधी रहती है। हर तरफ कचरा बिखरा पड़ा है। नगर निगम की डस्टबीन कूड़े से भरी पड़ी है। लोग उसके आसपास घरेलू कचरा डाल रहे हैं। बिजली के खंभे पर लगे बॉक्स खुले पड़े हुए हैं और ट्रांसफारमर जमीन पर रखा हुआ है। इन बस्तियों में रह रहे लोगों को पीने के लिए मीठा पानी नहीं मिल पा रहा है। भूमिगत जल खारी है। इसलिए आरओ का पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है। इंडस्ट्रीयल एरिया होकर बस्ती तक पहुंचने के लिए लोगों की सांस फूल जाती है। सीसी सड़क गहरे गड्ढे में तब्दील हो गई है। कॉलोनी के मुख्य मार्ग पर कूड़ा, कचरा और गोबर बिखरा रहता है। साफ-सफाई भी नियमित नहीं पा रही है। कचरे को डालने के लिए छोटी डस्टबीन भी नहीं लगाई गई है। साफ-सफाई को लेकर नगर निगम प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। सड़क के किनारे जानवर बंधे रहते हैं। इससे भी गंदगी हो रही है। लड़ाई-झगड़े के कारण कोई विरोध नहीं करता है। नालियों में होकर गोबर बहता है। इसके कारण नालियां उफन जाती है और पानी रास्ते में भी भर जाता है।
सुधीर गौतम, शंकरपुरी बिजली के बॉक्स खुले हुई है। कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पिछले तीन-चार महीने में दो बेसहारा पशु करंट की चपेट में आकर मर गए थे। ट्रांसफारमर भी नीचे रखा हुआ है। इससे भी लोगों को खतरा बना हुआ है।
प्रताप ¨सह, नगला शिवजी