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सब्जी मंडी में बिक रही बीमारी, आम आदमी अंजान

जागरण संवाददाता मथुरा कृषि उत्पादन मंडी समिति के एक परिसर में अनाज और दूसरी तरफ फल

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 05:23 AM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 05:23 AM (IST)
सब्जी मंडी में बिक रही बीमारी, आम आदमी अंजान
सब्जी मंडी में बिक रही बीमारी, आम आदमी अंजान

जागरण संवाददाता, मथुरा: कृषि उत्पादन मंडी समिति के एक परिसर में अनाज और दूसरी तरफ फल एवं सब्जियों का कारोबार हो रहा है। यह कारोबार गंदगी के बीच हो रहा है। सड़क पर फेंके जा रहे कटे-सड़े फल और सब्जी ग्राहकों के पैरों से कुचल रही है। इन पर मक्खी-मच्छर भिनभिना रहे हैं। जो बीमारी के वाहक हैं।

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फल एवं सब्जी मंडी में प्रवेश करते ही कचरा जहां-तहां बिखरा हुआ दिखाई देने लगेगा। कहीं पालीथिन उड़ रही तो कहीं पुआल। यह हाल तो गेट का है। अंदर की सड़कों पर मिर्च, टमाटर, प्याज, गोभी, पालक, लौकी समेत अन्य सड़ी-गली सब्जियां पड़ी हुई हैं। इसके पास ही फड़ लगाकर सब्जी बेची जा रही है। सड़क पर फेंके गए सड़े-गले फल और सब्जी ग्राहकों के पैरों और वाहनों से कुचल कर सड़क में मिल रहे हैं। आढ़ती और फड़ लगाकर बेचने वालों ने सड़ी मिर्च और टमाटर सड़क पर फेंक दिए थे, जो पूरी मंडी में ग्राहकों के पैरों से चिपक कर फैल गए थे। कई स्थानों पर सड़ी-गली सब्जियों के ढेर लगा दिए हैं। गोवंश इनको खाकर अपना पेट भर रहा है। दुर्गंध आ रही है। इनके ऊपर मक्खी-मच्छर भिनभिना रहे हैं। जो गंदगी जनित बीमारियों के वाहक हैं। यही सब्जियों और फलों के ऊपर बैठ कर उनको दूषित भी कर रहे हैं।

इन्हीं फल और सब्जियों की बीमारी के रूप में खरीद कर घर ले जा रहे हैं। मंडी में कहीं भी डस्टबिन देखने को नहीं मिल रही है। हर तरफ गंदगी फैलने का एक कारण यह भी माना जा रहा है। दुकानों के पीछे भी गंदगी पड़ी हुई है, जहां दुकानदार ही डाल रहे हैं। पालीथिन में सड़े-गले फल भरकर नाली में डाले जा रहे हैं, जिससे नाली चौक हो गई है। - वर्जन -

- सुबह मंडी में कारोबार आरंभ हो जाता है। किसान और व्यापारी फल एवं सब्जी लेकर आते हैं। जो सब्जियां सड़ जाती हैं। उनको कुछ लोग सड़क पर फेंक देते हैं। जो ग्राहकों के पैरों और वाहनों से कुचल जाती है। उससे दुर्गंध आती है। यह गलत है, जो भी ऐसा करता है, मैं उनको टोकता भी हूं। उनसे कहता है, इसको एक स्थान पर डालकर आएं। हम सब मिलकर मंडी को साफ-सुथरा रखें। इससे ग्राहकों को भी कोई परेशानी नहीं होगी। जब हम कचरे को एक ही स्थान पर डालेंगे तो वह लगातार उठता रहेगा। हालांकि मंडी में दो बजे के बाद नियमित सफाई होती है।

-हाजी इकबाल, अध्यक्ष फल एवं सब्जी मंडी

- मथुरा नगर में सफाई की व्यवस्था नगर निगम करा रहा है। उसके बाद हमारा भी कुछ कर्तव्य है। हम खुले में घरेलू कचरा न डालें। व्यापारियों से भी कहा जाता है, ये भगवान कृष्ण की जन्म स्थली है। इसको साफ रखना हमारा भी काम है।

-राम चंद खत्री, संयुक्त महामंत्री नगर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल रजिस्टर्ड

- गार्डन में कभी न लगाया सफाई कर्मी:

- स्वच्छता और पर्यावरण के लिए मैं कई सालों से कार्य कर रहा हूं। लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ ही पौधों रोपने का भी कार्य कर रहा हूं। इसके लिए मैंने तमाम लोगों को मिलाकर एक समूह तैयार किया है। सभी मिलकर स्वच्छता के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। मैंने आज तक अपने गार्डन में कभी सफाई कर्मचारी को नहीं लगाया। खुद ही सफाई करता हूं।

-डा. अशोक सिकरवार निदेशक, बलदेव पब्लिक स्कूल

- फल एवं सब्जी मंडी और गल्ला मंडी में नियमित सफाई कराई जा रही है। फल और सब्जी कार्टून में बंद आते हैं। पुआल लगाकर लाया जाता है। जब गाड़ियां खाली होती है, चालक और क्लीनर उसे भी मंडी में खाली कर देते हैं। सड़े फल और सब्जियों को सड़क पर फेंक देते हैं।

-राजेंद्र कुमार, मंडी सचिव - थोड़े प्रयास से हमको नहीं लगेगी बीमारी:

-गंदगी से जितनी भी वायरल डिजीज हैं, वह फैलती है। इन दिनों बुखार तेजी से फैल रहा है। इन सबका कारण गंदगी ही है। अगर, हम अपने-अपने आसपास जलभराव न होने दें तो डेंगू जैसी बीमारी से बचा जा सकता है। हम खुले में कचरा डालना बंद करें। अपने आसपास पानी जमा न होने दें। कीटनाशक का छिड़काव करते रहे। सभी मिलकर यह कार्य करेंगे तो इसमें ज्यादा कुछ खर्च नहीं होगा। हम और हमारा समाज स्वस्थ रहेगा। -डा. गौरव अग्रवाल फिजीशियन - सरकार ने शहरी और ग्रामीण स्वच्छता मिशन की शुरुआत की। जब तक हमारा शहर और मुहल्ला गंदगी मुक्त न हो जाए। जब हमने गंदगी मुक्त वातावरण का संकल्प लिया है तो उसको पूरा करना भी हमारा कर्तव्य है। -अमित जैन, मंत्री होटल एंड रेस्टोरेंट आनर्स एसोसिएशन आफ मथुरा-वृंदावन - आज हमारी सोच ऐसी हो गई है, हम अपने घर के आगे कूड़ा डाल देंगे। सफाई कर्मचारी आएगा। वह उसको उठा कर ले जाएगा। कई-कई घंटों तक हमारे घर और दुकान के सामने कूड़ा पड़ा रहता है, लेकिन हम यह नहीं सोचते हैं। अब तो नगर निगम ने घर-घर से कूड़ा एकत्र करने के भी इंतजाम किए हैं। गाड़ी लोगों के द्वार तक कूड़ा लेने जा रही है। इसमें ज्यादा समय नहीं लगता है। आलस्य छोड़कर हमको कचरा कूड़ेदान में ही डालना होगा। -कुसुम लता सिंह, पार्षद ------------------------


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