शरद उत्सव पर बांकेबिहारी मंदिर में बढ़ेगी मुश्किल
श्वेत धवल वस्त्रों में ठाकुरजी देंगे दर्शन बजाएंगे मुरली
संवाद सहयोगी, वृंदावन: शरद उत्सव के दिन देश दुनिया से लाखों श्रद्धालु ठा. बांकेबिहारी के दर्शन को आएंगे। हालांकि मंदिर प्रबंधन अभी आनलाइन बुकिग व्यवस्था के जरिए दर्शन की व्यवस्था लागू कर रखी है। लेकिन ठा. बांकेबिहारी साल में एक ही दिन वंशी बजाते हुए भक्तों को दर्शन देते हैं, इस विलक्षण पल का साक्षी बनने को हर साल लाखों श्रद्धालु वृंदावन आते हैं। अगर, इस बार भी श्रद्धालुओं ने वृंदावन में डेरा डाला तो पुलिस और मंदिर प्रबंधन के लिए बड़ी चुनौती साबित होगा।
शरद उत्सव पर चंद्रमा की धवल चांदनी में ठा. बांकेबिहारी अपने भक्तों को श्वेत धवल वस्त्रों और स्वर्ण-रजत, माणिक्य के आभूषण धारण कर वंशी बजाते दर्शन देते हैं। मान्यता है इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने वंशीवट पर गोपियों संग महारास किया था। बांकेबिहारी महारास की मुद्रा में अपने भक्तों को दर्शन देते हैं। इस विलक्षण पल का साक्षी बनने को देश दुनिया से लाखों श्रद्धालु शरद पूर्णिमा पर वृंदावन आते हैं और आराध्य के दर्शन कर पंचकोसीय परिक्रमा करते हैं। लेकिन इसबार मंदिर में कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन हो रहा है और आनलाइन पंजीकरण से श्रद्धालुओं को प्रवेश मिल रहा है, तो ऐसे में श्रद्धालुओं की भीड़ को दर्शन संभव होना और व्यवस्थाएं तथा नियमों का पालन करवाना मंदिर प्रबंधन और पुलिस दोनों के लिए चुनौती साबित होगा।