हरि बोल, मौन व्रत तोड़ से गूंजा विश्राम घाट
अन्न, वस्त्र और तिल के लड्डू किए दान
मथुरा, जेएनएन। मौनी और सोमवती अमावस्या पर सुबह यमुना में स्नान कर लोगों ने पूजा अर्चना की। मंदिरों में भी पूजा अर्चना की गई। शाम को हरि हरि बोल कर लोगों ने अपना मौन व्रत तोड़ा। तिल के लड्डू, कंबल, वस्त्र और अन्न भी गरीबों को दान किया गया।
माघ माह की अमावस्या पर लोग मौन रखते हैं। किसी ने आधे दिन तक तो कोई पूरे दिन मौन रहा। धार्मिक मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन देवता पवित्र नदियों में स्नान करते हैं। हालांकि गंगा स्नान का विशेष महत्व है। सुबह यमुना के विश्राम घाट समेत दूसरे घाटों पर स्नान किए। गांव देहात से भी ग्रामीण यमुना स्नान करने के लिए नजदीकी घाटों पर पहुंचे। कोई दोपहर तक तो किसी ने शाम तक मौन व्रत रखा। वृंदावन में सुबह से श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया था। पंचकोसीय परिक्रमा और यमुना स्नान भक्तों ने स्नान किए। सर्द मौसम भी परिक्रमा मार्ग में मानव श्रृंखला में बनी रही। राधारानी की जय जय करते हुए परिक्रमार्थी नंगे पैर ही आगे बढ़ते रहे। धूप निकलने पर श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हो गई।