नए उद्योगों की स्थापना के लिए ऋण उपलब्ध करा रहा विभाग
संवाद सहयोगी मथुरा संयुक्त आयुक्त उद्योग अंजू रानी शनिवार को जिला उद्योग केंद्र पहुंचीं। उन्होंने यहां उद्योगों के संचालन के हालात पर चर्चा की।
संवाद सहयोगी, मथुरा : संयुक्त आयुक्त उद्योग अंजू रानी शनिवार को जिला उद्योग केंद्र पहुंचीं। उन्होंने यहां उद्योगों के संचालन के हालात पर चर्चा की। कहा कि योजनाओं में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए विभाग नई इकाइयां स्थापित कराने के लिए ऋण उपलब्ध करा रहा है। विभाग परंपरागत उद्योगों के साथ रोजमर्रा की वस्तुओं से जुड़े उद्योगों की तलाश में है। मथुरा व मैनपुरी में तो उद्योगों को संचालन की अनुमति मिल गई है, मगर ताजनगरी व सुहागनगरी के कारखानों की मशीनें अभी खामोश हैं। आगरा पर्यटन स्थल होने के कारण यहां सजावटी वस्तुओं व फीरोजाबाद में कांच से जुड़ा उत्पाद अधिक होता है, जिनका रोजमर्रा की जिदगी में कोई महत्व नहीं है। शायद इसीलिए यहां के उद्योगों को अनुमति नहीं मिली है। नए उद्योगों की स्थापना के लिए उद्योग विभाग ऋण भी उपलब्ध करा रहा है।
कमेटी के साक्षात्कार के
बाद होगा निर्णय
अपने उद्योग धंधे स्थापित करने के लिए उद्योग विभाग द्वारा ऋण तो उपलब्ध कराया जा रहा है, मगर इसका निर्णय कमेटी करती है। इस कमेटी के अध्यक्ष जिलाधिकारी होते हैं। वहीं इसमें उद्योग विभाग के जीएम, बैंक के एलडीएम व एक तकनीकी अधिकारी शामिल होता है। आवेदन के बाद कमेटी द्वारा आवेदक का साक्षात्कार होता है, जिसमें देखा जाता है कि आवेदक ने जिस इकाई को स्थापित करने के लिए आवेदन किया है वह उस बारे में जानकारी रखता है या नहीं। वहीं कई बार उद्योग में घाटा चला जाता है इसके लिए विभाग भी अब अपनी सक्रियता दिखाते हुए राजमर्रा की वस्तुओं से जुड़ी इकाइयों को प्राथमिकता दे रखा है। वह यह भी देख रहा है कि उद्यमी को उसके उद्योग से जुड़ा कच्चा माल सरलता से उपलब्ध हो पाएगा या नहीं। -- आवेदन ---- इंफो -
- 95 मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना
- 15 एक जनपद एक उत्पाद
- 29 पीएमईजीपी वर्जन ..
- लॉकडाउन के बाद परिस्थितियां बदल गई हैं। अब लोगों का झुकाव केवल रोजमर्रा की वस्तुओं की तरफ है। इसलिए उद्योग विभाग भी दैनिक जीवन से जुड़ी वस्तुओं से संबंधित इकाइयों को प्राथमिकता देते हुए उनमें रोजगार के अवसर तलाश रहा है।
अंजू रानी, संयुक्त आयुक्त, उद्योग विभाग