डेंगू ने फैलाए पैर, मच्छरदानी तक सिमटी व्यवस्था
निजी अस्पतालों में 100 से अधिक मरीज करा चुके हैं डेंगू का इलाजजिले में चारों ओर पैर पसार रहे डेंगू के प्रकोप को स्वीकार करने को तैयार नहीं जिम्मेदार
जागरण संवाददाता,मथुरा: जिले में डेंगू को लेकर हाहाकार है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने चुप्पी साध रखी है। हर निजी अस्पताल में चार से छह डेंगू के मरीज भर्ती हो रहे हैं। अकेले नयति हास्पिटल में करीब 100 डेंगू से पीड़ित मरीज भर्ती हुए, तो इतनों का ही ओपीडी में इलाज हुआ। जबकि स्वास्थ्य विभाग डेंगू को नकार महज बुखार मान रहा है।
स्वास्थ्य विभाग बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने की बात तो कह रहा है, लेकिन डेंगू मानने को तैयार नहीं। चिकित्सकों का कहना है कि बुखार में जैसे ही प्लेटलेट्स कम होना शुरू होती हैं। लोग डेंगू को लेकर शोर मचाना शुरू कर देते हैं। जिला अस्पताल में एक हजार मरीजों में से पांच सौ से अधिक मरीज सर्दी बुखार के पहुंच रहे हैं। सरकारी अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि उनकी द्वारा कराई गई जांच में जब तक डेंगू की पुष्टि नहीं होगी, वह डेंगू नहीं मानेंगे। उधर, प्राइवेट अस्पताल नयति द मेडिसिटी में ही अकेले सौ मरीज डेंगू से पीड़ित भर्ती होने का दावा किया जा रहा है।