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मथुरा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा-हनुमानजी की आरती करो नहीं काटेंगे बंदर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समस्या का अनोखा निदान सुझा दिया। उन्होंने कहा कि आप नित्य हनुमान चालीसा पढ़ें, हनुमान जी की आरती करें, बंदर आपको नहीं काटेंगे।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 01 Sep 2018 12:52 PM (IST)Updated: Sat, 01 Sep 2018 05:25 PM (IST)
मथुरा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा-हनुमानजी की आरती करो नहीं काटेंगे बंदर
मथुरा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा-हनुमानजी की आरती करो नहीं काटेंगे बंदर

मथुरा (जेएनएन)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल भगवान कृष्ण की नगरी मथुरा में थे। वृंदावन में कृष्णा कुमार के शुभारंभ के बाद उनके सामने लोगों ने मथुरों में बंदरों की अधिकता की समस्या रखी।

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस समस्या का अनोखा निदान सुझा दिया। उन्होंने कहा कि आप नित्य हनुमान चालीसा पढ़ें, हनुमान जी की आरती करें, बंदर आपको नहीं काटेंगे। सही मानिए, वृंदावन में चाहे एक लाख बंदर हों और मथुरा में चाहे पचास हजार, हनुमान जी का नाम सुनते ही वह आपकी संवेदना और आपकी भक्ति को समझ लेंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल पीडि़त लोगों के समझ अपना निजी अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा कि मथुरा-वृंदावन वासी इस प्रयोग कर सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने मंच से अपने में बताया कि जब वह यहां आ रहे थे तो कुछ लोगों ने उन्हें बंदरों की समस्या बताई। उनका मानना है कि यदि वे हनुमान चालीसा पढ़ें और नित्य हनुमान आरती करें तो बंदर उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मथुरा-वृंदावन में बंदरों की बढ़ती संख्या यहां के स्थानीय लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बने हुए हैं। इस तरह की शिकायतें हमेशा से ही आती रही हैं।

उन्होंने संस्मरण सुनाया कि जब मैं गोरखपुर में कार्यालय में काम कर रहा था, तो एक बंदर मेरी गोद में आकर बैठ जाता था। मैंने कर्मचारी से भंडारे से केला मंगाकर दिया। अगले दिन फिर उसी समय बंदर आया तो मैंने फिर फल दिया। यह उसका रोजाना का नियम बन गया, कि मेरी गोदी में आकर बैठ जाता था और फल लेकर चला जाता था। एक बार कार्यकर्ता ने यह देखकर गुस्से में कहा कि क्या महाराज जी ये आपने बंदर को क्यों गोद में बैठा रखा है।

अगले दिन जब वह कार्यकर्ता आया तो बंदर ने उसकी धोती पकड़ ली और उसे काटने को भी तैयार हो गया। यह देखकर मैंने बंदर को डांटा तो बंदर पेड़ पर चढ़ गया। इस कहानी के माध्यम से सीएम योगी आदित्यनाथ ने समझाया कि वह बंदर पालतू नहीं था, जंगली था। बंदरों को भगाने का काम मत करो। बंदर से प्रेम करोगे तो वह आपके लिए समस्या नहीं, बल्कि वह आपके लिए लाभदायक हो जाएंगे।

इतना ही नहीं सीएम ने ये भी कहा कि गोशाला के साथ ही कुत्ते और बंदरों के लिए भी नगर निगम की ओर से व्यवस्था की जा रही है। गायों की समाधि के लिए दस एकड़ जमीन दी जाएगी। सीएम योगी ने स्वच्छता अभियान और गोरक्षा के लिए संत समाज के साथ-साथ आम लोगों से भी अपील की कि वह गोसेवा के लिए हर दिन एक रुपये जमा करें और साल में 365 रुपये गौशालाओं में दान दें।

राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे बृज के विकास के लिए बरसाना में पीपीपी मॉडल से रोप-वे बनाने की भी घोषणा की। इसके साथ ही गोवर्धन में रासोत्सव मनाए जाने की भी घोषणा की। व्यावसायिक मठ और मंदिरों को भी योगी ने तोहफा दिया। उन्होंने घोषणा की कि अब उन मठ मंदिरों में व्यावसायिक दरों से बिजली नहीं दी जाएगी जहां सेवा भाव, पूजा- पाठ और आश्रम की व्यवस्था है। योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में गौशाला व उसमें इस्तेमाल होने वाले ट्यूबवेल के लिए भी कृषि दर से बिजली मुहैया कराए जाने की घोषणा की। 


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