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नालों की तलीझाड़ सफाई से मिलेगी जलभराव से मुक्ति

फिक्रमंद डेढ़ माह से नालों की सफाई का चल रहा कार्य रोजमर्रा में सफाई करने वाले ही कर रहे नालों को साफ

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Jun 2020 12:13 AM (IST)Updated: Wed, 03 Jun 2020 12:13 AM (IST)
नालों की तलीझाड़ सफाई से मिलेगी जलभराव से मुक्ति
नालों की तलीझाड़ सफाई से मिलेगी जलभराव से मुक्ति

जागरण संवाददाता, मथुरा : लॉकडाउन में जहां सब कुछ बंद था, उस दौरान नगर निगम ने शहर के नालों की सफाई का कार्य शुरू कर दिया था, जिसकी वजह से आज जिम्मेदार शहर के 80 फीसद नाले साफ होने का दावा कर रहे हैं, लेकिन इसकी हकीकत तो बारिश के दौरान ही सामने आएगी।

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शहर में 111 छोटे-बड़े नाले हैं। इनमें से होकर शहर के 25 लाख आबादी का पानी यमुना तक पहुंचता है। अगर ये नाले साफ नहीं हो पाते हैं तो बरसात के दिनों में शहर में चारों ओर पानी ही पानी देखने को मिलता है। निगम अधिकारियों का कहना है कि वह शहर में जलभराव नहीं होने देंगे। कितनी भी तेज बारिश हो जाए, लेकिन एक घंटे से अधिक कहीं भी पानी रुक नहीं पाएगा, क्योंकि शहर के 71 नाले पूरी तरह से साफ हो चुके हैं, जबकि 15 नालों की सफाई का कार्य चल रहा है। जिम्मेदारों का दावा है कि वह 15 जून तक सभी नालों की सफाई कर देंगे। उल्लेखनीय है कि इस बार नाला सफाई के लिए नगर निगम ने कोई टेंडर नहीं किया है। निगम की मशीन और रोजमर्रा के कर्मचारी ही नालों की सफाई में जुटे हुए हैं। लॉकडाउन की वजह से हुई तलीझाड़ सफाई

नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि अभी तक नालों की तलीझाड़ सफाई नहीं हो पाती थी। इसके पीछे की वजह बाजार का खुलना होता था। दुकानदार अतिक्रमण करके रखते थे। अधिक कीचड़ भी अपनी दुकान के सामने एकत्रित नहीं होने देते थे। इस बार जब निगम के कर्मचारी साफ सफाई करने पहुंचे तो उन्हें रोक टोक करने वाला कोई नहीं था। कर्मचारियों ने नालों को तलीझाड़ सफाई की है। हर रोज हो रहा सैनिटाइज

निगम अधिकारियों का कहना है कि बरसात के दिनों से पहले ही फॉगिग शुरू हो जाती थी, लेकिन इस वर्ष पिछले दो माह से लगातार सैनिटाइज का कार्य चल रहा है। नगर निगम के दो से तीन बार हर गली मुहल्ले सैनिटाइज हो चुके हैं। इसके अलावा दो फॉगिग मशीन हैं, वह भी फॉगिग करने का काम कर रही हैं। एक मशीन मथुरा शहर और एक से वृंदावन में फॉगिग करा रहे हैं। 50 कुंतल बढ़ गया कूड़ा

लॉकडाउन के दौरान सिल्ट और रोजमर्रा का कूड़ा 200 कुंतल तक सिमट जाता था, लेकिन अब बाजार, फैक्ट्री, कारखाने आदि के खुलने की वजह से कूड़ा 250 कुंतल तक पहुंचने लगा है। यह सारा कूड़ा यमुना पार स्थित नगला कोल्हू स्थित डंपिग ग्राउंड पर एकत्रित किया जा रहा है। वर्जन -

लॉकडाउन होने की वजह से हमने अप्रैल में ही नालों की सफाई का कार्य शुरू कर दिया। 80 फीसद से अधिक नाले पूरी तरह से साफ हो चुके हैं। उनकी सिल्ट भी उठ चुकी है। कुछ नालों पर काम चल रहा है। 15 जून तक सभी नाले पूरी तरह से साफ कर दिए जाएंगे। हमारी कोशिश है कि शहर में बारिश होने पर जलभराव न हो।

-एसएस यादव, जेडएसओ, मथुरा वृंदावन नगर निगम


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