जानलेवा बनीं शहर की गलियां
जल निगम के बाद अब विद्युत विभाग ने खोद डालीं, पैचवर्क समुचित न होने से जगह-जगह हो गए हैं गड्ढे
जागरण संवाददाता, मथुरा: शहर की गलियां जानलेवा होती जा रही हैं। पहले सीवर लाइन डालने के लिए खोदी गई गलियां जैसे-तैसे सही हो पाई थीं। अब विद्युत विभाग ने खोद डाला है। पैचवर्क के नाम पर गड्ढे ऐसे भरे जा रहे हैं कि दोपहिया वाहन से निकलते समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
विद्युत विभाग ने भूमिगत केबल डालने के कार्य का जिस दिन से शुभारंभ किया, तभी से विरोध आरंभ हो गया था। कारण लोगों को पता था कि जल निगम ने सीवर लाइन डाल कर जिस तरह गलियां छोड़ीं, वह तो जैसे-तैसे ठीक हो पाई हैं। अब विद्युत विभाग इन्हें इस दशा में पहुंचा रहा है कि निकलना मुश्किल है। चौबिया पाड़ा, सतघड़ा, गताश्रम टीला, ककोरन घाटी, भरतपुर गेट, शंकर गली, ऊंट गली आदि ऐसे क्षेत्र हैं जहां गलियां बेहद संकरी हैं। इनमें केबल डालने के बाद भराव के लिए डाली मिट्टी बैठ गई हैं। गलियों में इंटरलॉ¨कग धंस गई हैं। गड्ढे हो गए हैं। गड्ढों और गलियों में खोदाई कर डाला गया मलवा उठाने तक की जहमत विभाग ने नहीं उठाई। इससे बाइक और स्कूटी से निकलते वक्त अक्सर चालक दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। -त्योहारों का समय है, नवरात्र चल रही है। कार्तिक मास आने वाला है। द्वारिकाधीश मंदिर को जाने वाले रास्ते का क्या हाल कर रखा है। मुहल्लों की तो और भी बुरी स्थिति है।
देवेंद्र चतुर्वेदी, निवासी गताश्रम टीला - विद्युत विभाग अंडरग्राउंड केबल डाल रहा है, इससे विद्युत चोरी रुकेगी। त्योहारों को देखते हुए विभाग को इस कार्य को तेज गति से कराना चाहिए। गड्ढों को ठीक तरह भरवाया जाए।
विष्णुदास अग्रवाल, व्यापारी -अभी सतही मिट्टी भरी गई है। जहां-जहां मिट्टी बैठनी होगी बैठ जाएगी, इसके बाद सीसी व इंटरलॉ¨कग होगी। वैसी ही गलियां तैयार कर दी जाएंगी। यह कार्य दीपावली तक पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
इं. राघवेंद्र, एक्सईएन