चुनावी चौपाल: सरकार समान शिक्षा के एजेंडे पर काम करे
चौपाल में छात्रों ने शिक्षा की विसंगति को बताया सामाजिक असमानता का कारण
मथुरा, जासं। जागरण की चुनावी चौपाल में छात्रों ने शिक्षा की विसंगति का सवाल बेबाकी के साथ उठाते हुए कहा कि सामाजिक समानता के लिए समान शिक्षा मौजूदा वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है। नई सरकार समान शिक्षा के एजेंडे पर काम करे और इंटर तक की शिक्षा को रोजगारपरक बनाया जाए।
रही बात सांसद की तो वह ऐसा प्रत्याशी होना चाहिए जो जनता के बीच रह कर उनकी समस्याओं को जानने-समझने के साथ उनका निदान करे। उच्च शिक्षा गरीबों से दूर हो चुकी है, उनके बच्चों के लिए सपना बन कर रह गई है।
मंगलवार को रुक्मणी विहार में आयोजित चौपाल में छात्रों ने शिक्षा और रोजगार के सवालों पर खुलकर चर्चा करते हुए कहा कि सबके लिए शिक्षा सस्ती सुलभ और रोजगार परक होनी चाहिए। निजी शिक्षण संस्थानों की फीस और मनमानी पर अंकुश लगना चाहिए। आगे कहा कि निजी स्कूलों में हर साल किताब और ड्रेस नहीं बदली जानी चाहिए, ताकि उन किताबों का लाभ अन्य छात्रों को मिल सके। इंटर तक की शिक्षा को रोजगार परक बनाया जाए ताकि आजीविका का साधन बन सके। छात्रों ने स्पष्ट तौर पर कहा कि चुनाव जनता के बुनियादी सवालों के एजेंडे पर होना चाहिए न कि जाति, धर्म और समाज के बांटने वाले मुद्दों पर। भ्रष्टाचार के सवाल पर सभी दलों में एक अजीब सी खामोशी छाई है। मतदान करते समय प्रत्याशी की छवि को विशेष रूप से ध्यान में रखना होगा। जनप्रतिनिधियों की संपत्ति हर साल सार्वजनिक की जाए और उसके स्त्रोत बताए जाए। तभी भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की राह पर बढ़ा जा सकता है। चौपाल में लव कुमार चौधरी, धीरज चौधरी, ऋषि कुमार गौतम, धर्मेंद्र लवानिया, शैलू चौधरी, सोनवीर सिंह,, सोनू शर्मा, योगेंद्र सिंह, आकाश चौधरी आदि मौजूद रहे।