गोवंश को लेकर किया आर-पार की लड़ाई का एलान
अनिश्चितकालीन धरने में बदल गई महापंचायत, कटैलिया को मनाने में नाकामयाब रहा प्रशासन
सुरीर, संसू। सर्वदलीय किसान संघर्ष समिति के आह्वान पर बुधवार को बाजना के मोरकी मैदान पर हुई महापंचायत में बेसहारा गोवंश समेत पांच सूत्रीय मांगों पर शासन-प्रशासन को जमकर कोसा गया और महापंचायत अनिश्चितकालीन धरने में बदल दी गई।
इस मौके पर किसान नेता रामबाबू कटैलिया ने कहा कि बेसहारा घूम रहीं गाय और किसान को बचाने के लिए सरकार कारगर कदम नहीं उठा रही। किसानों को उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा। सरकार कुंभ और मूर्तियों पर करोड़ों रुपये बहा रही है, पर गोवंश और किसान को बचाने के लिए पैसा खर्च करने में कंजूसी बरत रही है। वह किसान समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने के लिए प्रयास कर रहे है, पर प्रशासन किसानों को नोटिसों देकर डरा-धमका रहा है। जब तक समस्या का समुचित समाधान नहीं होता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इस बीच उन्होंने महापंचायत अनिश्चितकालीन धरने में बदलने की घोषणा कर दी।
रालोद नेता कु.नरेंद्र ¨सह व पूर्व ब्लॉक प्रमुख ललित चौधरी, पूर्व विधायक कुशलपाल ¨सह, भाकियू लोकशक्ति के मंडल अध्यक्ष भूपेंद्र ¨सह राजपूत, महेंद्र ¨सह, देवराज ¨सह, गिर्राज प्रसाद वशिष्ठ ने भी विचार व्यक्त किए। शैलेंद्र ¨सह, हजारी ¨सह, हरी ¨सह, सुभाष नौहवार, सुधीर फौजदार, सत्यवीर ¨सह, दिगंबर ¨सह सरपंच, जहान ¨सह आदि मौजूद रहे। वार्ता से किया इन्कार
प्रशासनिक अधिकारियों ने रामबाबू कटैलिया से आंदोलन स्थगित करने के उद्देश्य से वार्ता करने का प्रयास किया, लेकिन मौजूद किसानों के रुख को देखते हुए कटैलिया ने वार्ता से इन्कार कर दिया। तैनात रहा भारी फोर्स
किसान महापंचायत पुलिस छावनी में तब्दील कर दी गई। एसपी ग्रामीण, एसपी ट्रैफिक एवं एसपी सुरक्षा के साथ मांट, महावन, छाता एवं मथुरा के सीओ मौजूद थे। एक दर्जन थानों का फोर्स, पीएसी जवान एवं दमकल की दो गाड़ियां भी थीं। एसडीएम आरडी राम एवं तहसीलदार मांट भी मौजूद रहे। कम रही भीड़
नौहझील क्षेत्र में हजारों लोगों को नोटिस भेज कर महापंचायत में आने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। धारा 144 का उल्लंघन एवं बिना अनुमति हो रही महापंचायत में भाग लेने पर उनके खिलाफ धारा 188 की कार्रवाई को कहा गया, इससे आशा के अनरूप भीड़ नहीं पहुंची।