नहर साफ नहीं करा सकते तो जिला छोड़ कर चले जाओ
डीएम ने लगाई अधिशासी अभियंताओं को कड़ी फटकार, जांच के लिए सीडीओ को किया नामित
मथुरा, जासं,: ¨सचाई बंधु के उपाध्यक्ष सुधीर रावत ने मंगलवार को डीएम सर्वज्ञराम मिश्रा के सामने अपर खंड आगरा कैनाल और निचली मांट ब्रांच खंड गंगा नहर के अधिशासी अभियंताओं के झूठ का पु¨लदा खोल कर रख दिया। नाला सफाई की धनराशि वापस किए जाने और नहर, रजवाह और माइनरों की सफाई कार्य में धांधली किए जाने का मामला सामने आते ही डीएम का पारा चढ़ गया।
डीएम ने अपर खंड आगरा कैनाल के अधिशासी अभियंता एमएम ¨सह और निचली मांट ब्रांच खंड गंग नहर के अधिशासी अभियंता सुभाष चंद्र से दो टूक शब्दों में कहा कि सरकार उनको नहर, रजवाह और माइनरों की साफ-सफाई कराकर टेल तक ¨सचाई के लिए किसानों को पानी उपलब्ध करने की पगार दे रही है। अगर, वह इतना काम नहीं कर सकते हैं, तो जिला छोड़कर चले जाएं। हर माह होने वाले संपूर्ण समाधान दिवस में किसान ¨सचाई विभाग की गड़बड़ियों की ही शिकायतें करते हैं। इसका मतलब साफ है कि ¨सचाई विभाग के अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं। आठ नवंबर तक नहरों की सिल्ट साफ-सफाई का कार्य नहीं कराया गया तो उनके खिलाफ शासन को रिपोर्ट भेज रिलीव कर दिया जाएगा।
डीएम के तेवर देख दोनों ही विभागों के अधिकारियों की बोलती बंद हो गई। डीएम ने दोनों अधिकारियों को तत्काल फील्ड में भेज कर शाम आठ बजे तक सीडीओ को प्रगति रिपोर्ट देने के लिए कहा। डीएम ने कहा कि नहरों की साफ-सफाई का काम की जांच सीडीओ स्वयं करेंगे। खंड विकास अधिकारियों से भी इसकी जांच कराई जाए। डीएम ने सीडीओ को यह भी बताया कि खंड विकास अधिकारी और उनके बाबू कार्यालय में बैठकर सफाई कार्य को सत्यापित करने का कम नहीं करें। ऐसा हुआ तो किसानों को टेल तक पानी नहीं मिल पाएगा। इसके साथ ही डीएम ने आगाह कि हर हाल में टेल तक इस पानी पहुंचना है। शत प्रतिशत नहरों की सफाई होनी है। एडीएम फाइनेंस रवींद्र ¨सह भी मौजूद रहे।