अनुमति न मिलने पर आधी रात को खाली लौटीं बसें
-राजस्थान सीमा पर 500 बसों को नहीं मिली थी प्रदेश में आने की अनुमति -कांग्रेसियों ने दिया ज्ञापन दोपहर में अनुमति मिलने पर तैयारियां तेज
संवाद सहयोगी, मथुरा : उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की पहल पर राजस्थान से भेजी गई 500 बसें अनुमति न मिलने पर देर रात वापस लौट गईं। बसें लौटने को लेकर रविवार को सियासत गर्माई। कांग्रेसियों ने दोपहर को प्रदेश सरकार के नाम अनुमति मांगने का ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। दोपहर बाद सरकार ने अनुमति दी तो कांग्रेसी दोबारा बसें लाने की तैयारी में जुट गए।
कांग्रेस ने राजस्थान से रविवार को करीब 500 खाली बसें उत्तर प्रदेश के लिए भेजीं, लेकिन उन्हें उत्तर प्रदेश की सीमा में घुसने की अनुमति जिला प्रशासन ने नहीं दी। इसे लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विट किया और प्रदेश सरकार से अनुमति देने की मांग की। राजस्थान सरकार के कई मंत्रियों के साथ ही मथुरा के कांग्रेसी नेता भी सीमा पर पहुंच गए। देर रात तक कांग्रेसी डटे रहे, लेकिन अनुमति नहीं मिल सकी। आधी रात को बसें राजस्थान लौट गईं। बसें लौटने के बाद सियासत गर्माई तो कांग्रेसियों ने जिलाध्यक्ष दीपक चौधरी और महानगर अध्यक्ष उमेश की अगुआई में सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार सिंह को ज्ञापन दिया। इसमें सरकार से मजदूरों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए बसें चलाने की अनुमति मांगी। उधर, दोपहर बाद प्रदेश सरकार ने अनुमति दी और सूची मांगी। इसके बाद जिले के कांग्रेसी सक्रिय हो गए। कांग्रेस विधानमंडल दल के पूर्व नेता प्रदीप माथुर ने कहा कि 12 घंटे की नोटिस पर कभी भी राजस्थान से बसें आ जाएंगी। इसके लिए हम लोगों ने तैयारी कर ली है। पूरे सूबे में अलग-अलग स्थानों से एक हजार बसें आनी हैं। इनके किराये का भुगतान भी कांग्रेस ने कर दिया है। हम बसें उत्तर प्रदेश सरकार को सौंप देंगे, इन्हें कहां भेजना है सरकार फैसला लेगी।