परीक्षा निरस्त होने पर बीटीसी के छात्रों में उबाल
छात्रों ने डीएम कार्यालय और डायट पर प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
जागरण संवाददाता, मथुरा: बीटीसी की परीक्षा निरस्त होने से छात्रों में गुस्सा है। उन्हें अपना भविष्य अंधकारमय नजर आने लगा है। अधिकारी भी स्वीकारते हैं कि नकल माफिया के इस खेल में हजारों छात्रों का भविष्य चौपट हो गया। इन छात्रों ने मंगलवार को बीटीसी संयुक्त मोर्चा 2015 के बैनर तले डायट और जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस मौके पर जल्द परीक्षा कराए जाने की मांग का ज्ञापन सौंपा।
मंगलवार को बीटीसी 2015 के चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं आठ से दस अक्टूबर के बीच होनी थीं। लंबे समय से टल रहीं परीक्षाओं को तीन दिन में समाप्त कर जल्द रिजल्ट घोषित करने की शासन की मंशा थी। इससे पूर्व ही सोमवार को दूसरे से लेकर आठवें प्रश्नपत्र की कॉपी कौशांबी में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। नतीजा सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने परीक्षा निरस्त कर दी। इसकी जानकारी हालांकि सोमवार सायंकाल ही परीक्षार्थियों को मिल गई, इससे उनमें रोष फैल गया। जिले में डायट सहित 85 कॉलेज हैं जहां बीटीसी की पढ़ाई होती है। वर्ष 15 के चतुर्थ सेमेस्टर जो परीक्षा निरस्त हुई है, जिले में इस परीक्षा में करीब 2500 छात्र-छात्राएं परीक्षाएं दे रहे थे। बड़ी संख्या में छात्र मंगलवार को डायट पहुंचे और उसके बाद सैकड़ों की संख्या में बीटीसी के प्रशिक्षुओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की।
--------
परीक्षा निरस्त होने से छात्रों में आक्रोश था। वह मिलने आए और ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन को सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी को भेजा जाएगा। उम्मीद है जल्द ही परीक्षा की तिथियां घोषित हो जाएंगी।
- डॉ. मुकेश अग्रवाल, प्राचार्य, डायट