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Mathura News: सहकारिता चुनाव में भाजपा जिलाध्यक्ष और उपाध्यक्ष के बीच जमकर मारपीट, फर्जी वोटिंग का लगाया आरोप

Mathura News In Hindi समिति के अध्यक्ष पद को लेकर दोनों के अलग-अलग प्रत्याशी उपाध्यक्ष ने लगाया जिलाध्यक्ष के इशारे पर पति और समर्थकों पर मारपीट का आरोप जिलाध्यक्ष ने अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निष्कासित किया

By Jagran NewsEdited By: Abhishek SaxenaPublished: Mon, 20 Mar 2023 10:32 AM (IST)Updated: Mon, 20 Mar 2023 10:32 AM (IST)
Mathura News: सहकारिता चुनाव में भाजपा जिलाध्यक्ष और उपाध्यक्ष के बीच जमकर मारपीट, फर्जी वोटिंग का लगाया आरोप
भाजपा जिलाध्यक्ष मधु शर्मा और उपाध्यक्ष मनीषा पाराशर बीच होते झगड़े के दौरान जिलाध्यक्ष के पति देवाशीष। सौ. वीडियो ग्रेव

मथुरा, जागरण टीम। क्षेत्रीय सहकारी समिति लिमिटेड, महावन के अध्यक्ष पद को लेकर रविवार को भाजपा जिलाध्यक्ष मधु शर्मा और जिला उपाध्यक्ष मनीषा पाराशर सरेआम भिड़ गईं। यहां समर्थकों के बीच मारपीट हो गई। जिला उपाध्यक्ष ने जिलाध्यक्ष के इशारे पर उनके पति और समर्थकों पर मारपीट का आरोप लगाया है। उन्होंने जिलाध्यक्ष पर फर्जी वोटिंग का भी आरोप लगाया। मारपीट का वीडियो भी वायरल हुआ।

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छह वर्ष के लिए किया निष्कासित

जिलाध्यक्ष ने अनुशासनहीनता के आरोप में उपाध्यक्ष को पार्टी से छह वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया है। उपाध्यक्ष ने पूरे मामले की शिकायत पार्टी हाईकमान से की है। क्षेत्रीय सहकारी समिति लिमिटेड महावन के अध्यक्ष पद पर दिलीप यादव का समर्थन भाजपा जिलाध्यक्ष मधु शर्मा कर रही थीं। जबकि दूसरे प्रत्याशी नंदनी शर्मा का समर्थन पार्टी की जिला उपाध्यक्ष मनीषा पाराशर कर रही थीं।

नामांकन पर जताई आपत्ति

मनीषा का कहना है कि उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बात करते नंदनी शर्मा का समर्थन किया था। शनिवार दोपहर नामांकन की प्रक्रिया पूरी हुई। नामांकन के बाद दिलीप यादव के नामांकन पर मनीषा पक्ष ने आपत्ति लगाई। कहा कि दिलीप सरकारी कर्मचारी हैं और हाथरस में तैनात हैं, इसलिए उनका नामांकन गलत है। अपराह्न करीब एक बजे जिलाध्यक्ष मधु शर्मा पति देवाशीष और अन्य समर्थकों के साथ पहुंच गईं। इसी बीच मनीषा पाराशर भी पहुंच गईं। जिलाध्यक्ष और मनीषा पाराशर के बीच कहासुनी होने लगी। देखते ही देखते दोनों पक्षों से समर्थक आ गए।

फर्जी वोट का आरोप

मनीषा का कहना है कि नंदनी भाजपा की कार्यकर्ता हैं, जबकि दिलीप यादव सपाई हैं, इसके बाद भी जिलाध्यक्ष उनका समर्थन कर रही हैं। अध्यक्ष के चुनाव के लिए नौ वोट हैं, इनमें पांच हमारे समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि जबरन जिलाध्यक्ष ने वोटिंग कराई। जबकि एक वोट फर्जी कराया गया। दोनों पक्षों में सोसाइटी परिसर के बाहर कहासुनी और देखते ही देखते हाथापाई होने लगी। मनीषा का आरोप है कि जिलाध्यक्ष के समर्थकों ने हमारे समर्थक राहुल पाराशर को घटना की वीडियो बनाने से रोका और मारपीट की। जब हमने विरोध किया तो जिलाध्यक्ष के इशारे पर उनके पति और समर्थकों ने हमारे साथ मारपीट की।

मारपीट की घटना से किया इन्कार

जिलाध्यक्ष मधु शर्मा ने एक पत्र जारी कर मनीषा पाराशर को छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि उपाध्यक्ष ने पार्टी के विरोध में किया था। इसलिए उन्हें निष्कासित किया है। किसी के साथ कोई मारपीट नहीं की गई। । उधर, मनीषा पाराशर का कहना है कि जिलाध्यक्ष चुनाव में दबंगई कर रही हैं। पार्टी विरोधियों का साथ दे रही हैं, विरोधी उन्हें पैसा दे रहे हैं। उधर, पांच वोट मिलने पर दिलीप यादव को विजयी घोषित किया गया।

मंडल उपाध्यक्ष ने लगाया मारपीट का आरोप

मंडल उपाध्यक्ष महावन राहुल पाराशर ने भी मारपीट कर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नंदनी और दिलीप यादव का मतदान अच्छा चल रहा था। जिलाध्यक्ष मुध शर्मा के आते ही मारपीट शुरू हो गई। उनके पति ने थप्पड़ मारा और उनके समर्थकों ने मारपीट शुरू कर दी। जिलाध्यक्ष ने मारपीट कराई है। मनीषा पाराशर से भी मारपीट की गई। 


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