नहीं की एडवाइजरी की ¨चता, बिना हेलमेट दौड़ीं बाइकें
सांसद हेमामालिनी के अलावा अन्य किसी ने नहीं पहना हेलमेट, मंत्री, विधायक, पदाधिकारियों ने नहीं माना हाईकमान का निर्देश
जागरण संवाददाता, मथुरा: भाजपा की बाइक रैली तो खूब रही मगर इस मामले में कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी ओर से जारी एडवाइजरी की परवाह नहीं की। रैली में न तो कोई अनुशासन था न ही व्यवस्थित संचलन। यहां तक कि सांसद हेमामालिनी और इक्का-दुक्का लोगों को छोड़कर किसी ने भी हेलमेट नहीं पहना। एक बाइक पर तीन-तीन युवक बैठे। हाथों में झंडे लेकर कई युवक दौड़ती बाइकों पर ही खड़े थे।
लग्जरी गाड़ियों में चलने वाले भाजपा नेताओं को जब बाइक पर बैठना पड़ा तो वह सड़क पर चलने के नियम भूल गए। यह भी याद नहीं रहा कि सर्वाधिक दुर्घटनाएं सिर में चोट लगने से ही होती हैं। पुलिस इन दिनों यातायात माह मना रही है। उसने भी सत्ताधारी पार्टी के नेताओं से रोकटोक नहीं की।
भाजपा की कमल संदेश यात्रा के मुख्यालय से आए पत्र में इस बात का स्पष्ट उल्लेख था कि बाइक रैली में आने वाले कार्यकर्ता हेलमेट पहनकर आएंगे। मैदान में जब बाइक्स पहुंचने लगीं तो हेलमेट न देख नेताओं में आपस में ही कानाफूसी होने लगी। सबसे पहले मैदान में हेलमेट पहनकर महानगर अध्यक्ष चेतन स्वरूप पाराशर पहुंचे पर रैली के दौरान उन्होंने भी हेलमेट नहीं लगाया। ब्रज क्षेत्र अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी, अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश मंत्री जहीर अब्बास जैदी की बाइक पर बैठे पर बिना हेलमेट, सांसद हेमा मालिनी तो हेलमेट पहने थीं पर उनके चालक वरिष्ठ नेता नरेंद्र सैनी ने हेलमेट नहीं लगाया। इसी तरह कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, विधायक ठा. का¨रदा ¨सह, विधायक पूरन प्रकाश, महापौर डॉ. मुकेश आर्य बंधु, पूर्व विधायक अजय पोइया, श्याम ¨सह अहेरिया, पूर्व मंत्री रविकांत गर्ग, स्वयं जिलाध्यक्ष नगेंद्र सिकरवार आदि बिना हेलमेट के ही बाइक रैली में चले।