बीओबी का होगा 1500 करोड़ का बिजनेस और डेढ़ लाख खाते
मथुरा, जागरण संवाददाता। विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) और भी मजबूत होने वाला है। 1200 करोड़ रुपये के बिजनेस वाला बैंक अब 1500 करोड़ रुपये का हो जाएगा। डिपॉजिट और एडवांस बढ़ने के अलावा 1.30 लाख से अभी अधिक खाते हो जाएंगे।
जागरण संवाददाता, मथुरा: विलय के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) और भी मजबूत होने वाला है। 1200 करोड़ रुपये के बिजनेस वाला बैंक अब 1500 करोड़ रुपये का हो जाएगा। डिपॉजिट और एडवांस बढ़ने के अलावा 1.30 लाख से अभी अधिक खाते हो जाएंगे।
सरकार ने देना और विजया बैंक को बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय की मंजूरी दे दी है। पिछले कुछ समय में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में उसकी पांच सहायक बैंकों के मर्जर के बाद दूसरी बार ऐसा हो रहा है। इस कदम से बीओबी की स्थिति काफी मजबूत हो जाएगी। जिले में फिलहाल इसकी 11 शाखाएं हैं, जबकि अन्य दोनों की दो-दो ब्रांच हैं। कुल मिलाकर 15 शाखाएं हो जाएंगी। वहीं, बीओबी का 852 करोड़ का डिपॉजिट और 367 करोड़ रुपये एडवांस, देना का 60 करोड़ का डिपॉजिट और 66 करोड़ का एडवांस, विजया का 121 करोड़ का डिपॉजिट और 33 करोड़ रुपये का एडवांस है। सारा मिलाकर करीब 1500 करोड़ रुपये का बिजनेस बीओबी का हो जाएगा। साथ ही खातों पर नजर डालें, तो बीओबी के करीब 1.21 लाख, देना के 18040 और विजया के 12162 अकाउंट्स हैं। मर्जर के बाद 1.30 लाख खाते हो जाएंगे। दोनों को ऋण देने की थी मनाही: विलय की चर्चा काफी समय से चल रही थी। विभागीय सूत्रों का कहना है कि इसको लेकर उच्च प्रबंधन ने देना और विजया, दोनों ही बैंकों से ऋण बांटने के लिए मना कर दिया था। इस कारण से पिछले कुछ माह से लोन वितरण नहीं हो रहा था।