सिडीकेट बैंक से पैसा निकालने को उपभोक्ता परेशान
सॉफ्टवेयर अपडेट के चलते 250 करोड़ का लेनदेन प्रभावित हालात सामान्य होने में लग सकता 15 दिन का समय
मथुरा, जासं। सिडीकेट बैंक का सॉफ्टवेयर उपभोक्ताओं को अभी लगभग 15 दिन और दर्द दे सकता है। चेक क्लियरेंस, रियल टाइल ग्रॉस सेटलमेंट (आरटीजीएस), नेशनल इलेक्ट्रोनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी), पासबुक अपडेट जैसे कामों के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। जिले की 52 शाखाओं में कुछ ऐसे ही हालात बने हैं। औसतन 250 करोड़ रुपये का लेनदेन प्रभावित हो रहा है।
बीते दिनों सिडीकेट बैंक का सॉफ्टवेयर अपडेट हुआ है। इसके चलते पूरा बैंकिग सिस्टम लगभग ठप सा हो गया है। बैंकों में काम बड़ी मुश्किल से हो पा रहा है। शहर ही नहीं जिले की सभी बैंकों में लगभग ऐसा ही हाल बना हुआ है। शहर में सात और पूरे जिले में 52 शाखाएं हैं। यह ऐसा समय हुआ है, जब त्योहारी सीजन चल रहा है। पासबुक, आरटीजीएस, एनईएफटी, चेक-डीडी क्लियरेंस नहीं हो पा रहा है। बैंकों में आ रहे ग्राहकों को मनमसोस के लौटना पड़ रहा है। कई तो ऐसे हैं, जो तीन दिन से लौट रहे हैं। इधर, सिडीकेट बैंक के एक अधिकारी ने बताया कि अभी 10 से 15 दिन तक यही हालात बने रहने की आशंका है क्योंकि अभी अपडेट का काम हो पाया है। जिसे सही होने में समय लगेगा। मौजूदा हालातों के चलते औसतन 250 करोड़ का कारोबार नहीं हो पा रहा है।
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महोली रोड स्थित शाखा में पैसे जमा करने आए थे। बैंककर्मियों द्वारा कुछ तकनीकी खामी बताने के कारण लौटना पड़ा।
हिमांशु गर्ग
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पिछले तीन दिन से बैंक से लौट रहा हूं। ऐसे में कैश नहीं निकाल पा रहा हूं। बैंककर्मी कोई न कोई कारण बताकर लौटा देते हैं।
सागर बंसल
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पासबुक अपडेट जैसे छोटे काम तक नहीं हो पा रहे हैं। एक-दो दिन में आने के लिए भी बैंककर्मियों ने साफ मना कर दिया है।
असलम
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मैं अपने खाते में जमा पैसा ही नहीं निकाल पा रहा हूं। बैंकों का कहना है कि सॉफ्टवेयर अपडेट हुआ है, जिसमें वक्त लगेगा।
गोपाल सॉफ्टवेयर अपडेट से थोड़ी परेशानी जरूर आई है, लेकिन इतनी बड़ी नहीं है कि काम नहीं हो पा रहा है। जल्द यह सामान्य हो जाएगा।
अनिल गुप्ता, अग्रणी जिला प्रबंधक लीड बैंक