वंशी धारण कर भक्तों को दर्शन देंगे बांके बिहारी
मोर-मुकुट, कटि काछनि संग श्वेत धवल वस्त्रों में होंगे दर्शन
जागरण संवाददाता, वृंदावन: शरद पूर्णिमा पर मोर-मुकुट, कटि-काछनी, हीरे-मोती और जवाहरात के साथ सोलह श्रृंगार कर बांके बिहारी मुरली बजाते हुए भक्तों को दर्शन देंगे। पहली बार होगा कि ठाकुरजी राजभोग और शयनभोग सेवा के दौरान बाहर जगमोहन में वंशी बजाते दर्शन देंगे। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सुबह और शाम दोनों ही सेवाओं में एक-एक घंटे ज्यादा दर्शन खोले रखने का एलान किया गया है, ताकि अधिक श्रद्धालुओं को दर्शन सुलभ हो सकें।
मंदिर प्रबंधक मुनीश कुमार शर्मा के अनुसार 24 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा पर ठा. बांकेबिहारी की राजभोग और शयनभोग सेवा के तय समय से एक घंटे देर तक दर्शन होंगे। सुबह एक बजे मंदिर के पट बंद होंगे तो रात को साढ़े 10 बजे शयन आरती के बाद मंदिर के पट बंद होंगे। -इन मंदिरों में भी होंगे रात्रि दर्शन:
शरद पूर्णिमा पर ठा. राधासनेह बिहारी श्वेत धवल वस्त्रों में भक्तों को दर्शन देंगे तो राधा दामोदर, राधारमण, राधा श्याम सुंदर, गो¨वद देव, गोपीनाथ, मदन मोहन, आश्रम गोदा विहार समेत अनेक मंदिरों में ठाकुरजी धवल वस्त्र धारण कर चंद्रमा की रोशनी में भक्तों को दर्शन देंगे।