स्पेशल ओलंपिक में भाग लेगी दिव्यांग आयुषी
अगले साथ अबूधाबी में होगा स्पेशल ओलंपिक
जागरण संवाददाता, मथुरा: वात्सल्य ग्राम की दिव्यांग बेटी आयुषी ने अपने जज्बे से जहां चाह, वहां राह की कहावत को सच किया है। राष्ट्रीय स्तर के रॉलर स्के¨टग में सौ और दो सौ मीटर दौड़ में वह दो सिल्वर मेडल हासिल कर चुकी है। इस समय आयुषी 2019 में अबूधाबी में होने वाले स्पेशल विश्व ओलंपिक में भाग लेने के लिए हैदराबाद कैंप में तैयारी में जुटी है। इससे पहले पिलानी और सोनीपत में वह दो कैंप कर चुकी है।
15 साल की आयुषी साध्वी ऋतंभरा के वृंदावन स्थित वात्सल्य ग्राम के स्पेशल स्कूल वैशिष्टयम की छात्रा है। वात्सल्य ग्राम में आयुषी को रॉलरस्के¨टग का शुरूआती प्रशिक्षण दिया गया। स्पेशल बच्चों पर करीब दस साल से खेल के साथ तकनीकी प्रशिक्षण में सहयोग कर रहीं अंतरराष्ट्रीय स्पेशल ओलंपिक प्रशिक्षक सीमा शर्मा से तीन साल पहले उसकी मुलाकात हुई। खेलों के प्रति आयुषी का मन देख रॉलर स्के¨टग प्रशिक्षण शुरू किया गया। सीमा शर्मा का कहना है कि सब कुछ ठीक रहा तो अबूधाबी ोओलंपिक में वह ब्रज का नाम रोशन करेगी।
पूजा एनक्लेव कृष्णा नगर निवासी अनिल शर्मा की बेटी कानों से न सुनने के कारण मानसिक रूप से मंदित है। अभावों के बीच पली आयुषी की दिव्यांगता उसके इरादों को नहीं रोक सकी। माता-पिता को उसकी दिव्यांगता के बारे में जन्म के पांच साल बाद पता चला तो उसका एडमीशन कल्याणं करोति के स्पेशल स्कूल में कराया। यहां उसे कंप्यूटर और खेलों का विशेष प्रशिक्षण दिया गया। बाद में वह वात्सल्य गांव पहुंची। आयुषी रॉलर स्के¨टग के अलावा अन्य एथलेटिक खेलों में भी भाग लेती है।