वृंदावन में जुलाई से श्रद्धालुओं को निश्शुल्क भोजन
मुफ्त भोजन कराने वाले तीर्थो में शामिल होगा वृंदावन सीएम करेंगे उद्घाटनअन्नपूर्णा भोजनालय में एक साथ 600 श्रद्धालु कर सकेंगे भोजन
विपिन पाराशर, वृंदावन: तीर्थनगरी वृंदावन में भक्तों के लिए जल्द मुफ्त भोजन उपलब्ध होगा। इसके लिए विशाल अन्नपूर्णा भोजनालय का निर्माण किया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ तीन जुलाई को इसका उद्घाटन करेंगे। सुबह-शाम तीन-तीन घंटे चलने वाले इस भोजनालय में एक साथ 600 लोग भोजन प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे। इसका संचालन प्रसिद्ध कथा वाचक विजय कौशल महाराज की अध्यक्षता वाला मंगलमय न्यास परिवार करेगा।
महाराष्ट्र के श्री साईं संस्थान, कर्नाटक के मंजूनाथ मंदिर, ओडिशा के जगन्नाथ और गुजरात के सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर तीर्थनगरी वृंदावन में श्रद्धालुओं को मुफ्त भोजन मिलेगा। यह सुविधा मथुरा मार्ग स्थित जयपुर मंदिर के सामने की गई है। यहां, उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने पांच करोड़ रुपये की लागत से अन्नपूर्णा भोजनालय तैयार किया गया है। नगर निगम ने इसके लिए करीब एक हजार वर्गमीटर भूमि मुहैया कराई है। भोजनालय के भवन निर्माण का काम अंतिम दौर में है। निर्माण के बाद इसे संचालन के लिए न्यास को सौंप दिया जाएगा। मंगलमय न्यास के प्रतिनिधि मोहित व्यास ने बताया, देश भर से यहां आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए भोजनालय तैयार हो रहा है, जो पूरी तरह निश्शुल्क होगा।
वातानुकूलित दो मंजिला भोजनालय में दो वक्त मिलेगा भोजन
मोहित व्यास ने बताया पूरी तरह वातानुकूलित दो मंजिला भोजनालय में एक बार में 600 लोग एक साथ बैठकर भोजन करेंगे। सुबह 11 से 2 बजे तक तथा शाम को 6 से 9 बजे तक दो बार भोजन की व्यवस्था होगी। दिनभर में करीब पांच हजार श्रद्धालु-पर्यटकों को भोजन उपलब्ध कराने की योजना है। यह संख्या बढ़ भी सकती है। यहां रोटी बनाने के लिए मशीनें लगाई जाएंगी। एक बड़ी मशीन में एक घंटे में तीन हजार रोटियां तैयार होंगी। भोजन प्रसादी में यह मिलेगा
अन्नपूर्णा भोजनालय में श्रद्धालुओं को कुर्सी-टेबल पर भोजन प्रसादी परोसी जाएगी। थाली में चावल, दाल, सब्जी, रोटी, अचार व एक मिठाई होगी, जो पूरी तरह सुपाच्य और स्वादिष्ट होगी। भोजनालय का सीएम ने किया था शिलान्यास
अन्नपूर्णा भोजनालय के उद्घाटन की तारीख तीन जुलाई प्रस्तावित है। इसका उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ करेंगे। भोजनालय का शिलान्यास भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने 14 मार्च 2021 को निकुंजवन आश्रम में किया था।