छात्रों से प्राप्त शुल्क के गबन का आरोप, जांच की मांग
स्ववित्तपोषित योजना के अंतर्गत संचालित पाठ्यक्रमों में कार्यरत शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने की शिकायत
संवाद सहयोगी, मथुरा : बीएसए डिग्री कालेज के स्ववित्तपोषित योजना के अंतर्गत संचालित पाठ्यक्रमों में कार्यरत शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने छात्रों से लिए जाने वाले शुल्क का स्वयंभू व्यक्तियों द्वारा अपने निजी हित में खर्च का आरोप लगाया है। उन्होंने प्राचार्य को पत्र सौंपकर शुल्कगबन की जांच की मांग की है।
प्राचार्य ललित मोहन शर्मा को दिए गए पत्र में उन्होंने बताया कि वे पिछले कई वर्षों से महाविद्यालय में कार्यरत हैं। स्ववित्तपोषित योजना के अंतर्गत पाठ्यक्रमों में छात्रों से लिए जाने वाले शुल्क का स्वयंभू व्यक्तियों द्वारा शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के वेतन पर व्यय न करके अपने निजी खर्चा पर इस करोड़ों रुपये की धनराशि का व्यय किया गया है।
महाविद्यालय में एक जुलाई 2011 से कुलपति डा. भीमराव आंबेडकर विवि आगरा द्वारा अनुमोदित कोई प्रबंध तंत्र कार्यशील नहीं है। इनके अनुमोदन के प्रस्ताव को कुलपति द्वारा निरस्त किया गया था। स्वयंभू व्यक्ति महाविद्यालय के कर्मचारियों को डरा धमकाकर महाविद्यालय के धन का बंदरबांट करते रहे हैं।वेतन को निर्गत करने की व्यवस्था में स्वयंभू व्यक्तियों द्वारा कालेज के लैटर हैड पर वेतन निर्गत होने के कार्य में बाधा डालने का प्रयास किया जा रहा है। शिकायत करने वालों में मोहन कुमार पारीक, अजय कुमार, लकेंद्र सिंह, पवन कुमार, मिताली एम भाटिया, नीलम शर्मा, विनोद कुमार, राधावल्लभ शर्मा, संतोष चौधरी, रामकुमार शर्मा, मथुरा प्रसाद मौजूद रहे। वर्जन--
मामले की शिकायत प्राप्त हुई है, मामला जिलाधिकारी के भी संज्ञान में है। अब इसकी जांच कराकर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को उपलब्ध कराई जाएगी। मा
डा. ललित मोहन शर्मा, प्राचार्य बीएसए डिग्री कालेज