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Ayodhya Case: फैसला आने पर साध्‍वी ऋतम्‍भरा बोलीं, 28 साल के अपराध बोध से मिली मुक्ति

अयोध्‍या में विवादित ढांचा ध्‍वंस मामले में सीबीआइ अदालत ने बुधवार को जैसे ही फैसला सुनाया ब्रज में खुशी की लहर दौड़ गई। महंत नृत्‍य गोपाल दास साध्‍वी ऋतम्‍भरा विजय बहादुर सिंह आरोपित थे। आगरा के अधिवक्‍ता डा. हरि दत्‍त शर्मा ने भी इस मामले में बहस की थी।

By Prateek GuptaEdited By: Published: Wed, 30 Sep 2020 01:07 PM (IST)Updated: Wed, 30 Sep 2020 02:14 PM (IST)
Ayodhya Case: फैसला आने पर साध्‍वी ऋतम्‍भरा बोलीं, 28 साल के अपराध बोध से मिली मुक्ति
साध्‍वी ऋतंम्‍भरा, विजय बहादुर सिंह के समर्थकों ने अयोध्‍या फैसले पर खुशी जाहिर की है।

मथुरा, जागरण संवाददाता। अयोध्या मामले में बरी होने पर साध्वी ऋतम्भरा के वात्सल्य ग्राम में खुशी में ढोल नगाड़े बजाए जा रहे हैं। फैसला आने के बाद जागरण से हुई बातचीत में साध्वी ऋतंभरा ने कहा है कि 28 साल से जिस अपराध बोध को झेल रहे थे आज मुक्ति मिली है। अदालत का निर्णय सर्वमान्य और उचित है। हमारे ऊपर जो आरोप षड्यंत्र के लगे थे वे पूरी तरह राजनीतिक थे। ये षडयंत्र नही भगवान श्रीराम के मंदिर और सनातन संस्कृति के अधिकारों की लड़ाई थी। अपनी आस्था और अधिकारों के प्रति जागृत होना अपराध नही होता। सत्य को झुठलाओगे तो ये उचित नहीं। पांच सौ साल का संघर्ष था, पांच सौ साल तक कोई समाज झूठ नही बोल सकता, क्योंकि झूठ के पैर नही होते और ज्यादा देर खड़ा नही हो सकता। बावजूद इसके हमारे ऊपर इस तरह के आरोप लगे। षड्यंत्र के आरोपों को 28 साल झेला है। आज बरी हुए ये सत्य की जीत है।

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बरसों से अयोध्या के विवादित ढांचा ध्वंस मामले पर सीबीआइ अदालत का फैसला आने पर बुधवार को सभी की निगाहें इस पर टिकी थीं। जैसे ही अदालत ने इस मामले में सभी आरोपिताेें को बरी किए जाने का फैसला सुनाया। वैसे ही ब्रज में भी खुशी की लहर छा गई है। अयोध्‍या में विवादित ढांचा विध्‍वंस मामले में मथुरा निवासी और श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के विशेष कार्याधिकारी विजय बहादुर सिंह और वृंदावन के वात्सल्य ग्राम की संस्थापक साध्वी ऋतम्भरा भी आरोपित थीं। जबकि बरसाना के करहला गांव निवासी श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यास ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास भी आरोपित थे। बुधवार को सीबीआइ की विशेष अदालत से बरी होने के बाद पूरेे ब्रज क्षेत्र में खुशी की लहर छा गयी। विजय बहादुर सिंह के साथ लखनऊ में मंगलवार से डटे श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सदस्य गोपेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने बताया कि ये सत्य की जीत है। साध्वी ऋतम्भरा की सहयोगी साध्वी सत्यपूर्ति ने बताया कि साध्‍वी अभी ऋतम्भरा कोर्ट में हैं। बरसों के बाद इस मामले में फैसला आया है। सत्‍य की जीत हुई है, ये हमारे लिए ये खुशी की बात है।


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