गुरु तुमसा नहीं दूजा, लाखों ने की पूजा
जेएनएन, मथुरा: गुरु पूर्णिमा पर्व पर मंगलवार को विष्णु, ब्रह्मा, और महेश्वर के रूप में मान्य गुरुओं के आश्रम और कुटियों में शिष्यों की कतारें लगीं रहीं। शिष्यों ने गुरूओं का चरण वंदन किया और आशीर्वचन पाकर स्वयं को धन्य महसूस किया।
शिष्यों ने भवसागर से पार होने और जीवन-मरण के बंधन से मुक्ति के साथ भौतिक सुख की कामना की। ब्रज के मंदिर और आश्रमों में सुबह से शुरू पूजा-अर्चना का दौर देर शाम तक चलता रहा। गुरुओं ने भी शिष्यों को प्रसाद और आशीष दे कृतार्थ किया।
जयगुरूदेव आश्रम पर मेला सत्संग में राष्ट्रीय उपदेशक सतीश चन्द्र यादव ने प्रवचन करते हुए कहा कि वेद हमारे वैदिक धर्म की जान हैं। सुरत शब्द जीव को अपने स्थाई घर पहुंचाता है। हमारा एक जाति और एक गोत्र सतनाम है। सभी को ध्यान भजन करने का संकल्प लेना है। उपदेशक श्री यादव और करूणा कांत मिश्रा ने बाबा के निजी सेवक रहे पंकज कुमार का परिचय कराते हुए कहा कि गुरू महाराज ने इन्हीं को अपना उत्तराधिकारी बनाया है। पंकज ने कहा कि हम आपके गुरू भाई हैं। हम लोगों को गुरू महाराज ने अमोलक दौलत नामदान दिया है। वे ही हम लोगों की शब्द स्वरूप में संभाल सकेंगे।
वृंदावन: नींब करौरी बाबा आश्रम में स्वामी धर्मनारायण महाराज ने गुरु भाइयों के साथ बाबा महाराज के चित्रपट का पूजन किया। इसके बाद स्वामी धर्मनारायण का पूजन-अर्चन कर कल्याण की कामना की।
सुदामा कुटी में गुरु देव सुदामा दास और महंत सुतीक्षण दास का हजारों संतों-गृहस्थों ने पूजन किया। स्वामी हितदास के वंशज आचार्य मृदुल कृष्ण गोस्वामी, गौरव कृष्ण गोस्वामी, अतुल कृष्ण गोस्वामी का राधा सनेह विहारी मंदिर परिसर में शिष्यों ने पूजन किया।
श्रीराधा उपासना कुंज में श्रीपादबाबा, स्वामी संतदास, डॉ. हरिप्रिया, ब्रज अकादमी में महंत दामोदर बाबा गीता आश्रम में स्वामी गीतानंद, चैतन्य कुटी में महंत फूलडोल विहारी दास, बिरागी बाबा आश्रम में महाराजश्री एवं महंत हरिबोल दास, श्री हरि कृपा निकुंज में महंत राजेंद्र उपाध्याय, राममंदिर में महंत रामभूषण दास, मानस किंकर आनंद देव, वात्सल्य ग्राम में युग पुरुष परमानंद, साध्वी ˜ऋतंभरा, पागल बाबा आश्रम में सिद्ध संत पागल बाबा, गौतम पाड़ा में पंडित केदार नाथ शास्त्री, बिहारी लाल शास्त्री, अखंडानंद आश्रम में स्वामी अखंडानंद, स्वामी सच्चिदानंद, चार संप्रदाय मंदिर में महंत ब्रज विहारी दास, टटिया स्थान में महंत राधा विहारी दास, टोपी कुंज में ललिता शरण, अनूपयति में विष्णु गिरि, गौशाला नगर में साध्वी कीर्ति किशोरी, श्याम बगीचा में भोली गोपी राधे-राधे, प्रेम मंदिर व श्यामा-श्याम धाम में स्वामी कृपालु महाराज, हिताश्रम में महंत हितकमलदास, करह आश्रम में महंत वैष्णव दास, राधा वल्लभ अखाड़ा में महंत लाडिली शरण दास, वंशीवट में महंत विश्वम्भर दास, सोहम आश्रम में स्वामी विवेकानंद, पीपलवाड़ी कुंज में महंत श्यामानंद दास, मुरारी मोहन कुंज में महंत मुरारी मोहन दास, शक्ति धाम में स्वामी धर्म देव, गिरधारी कुंज में महंत रसमय दास, शांति सेवा धाम में स्वामी देवकी नंदन ठाकुर जी, आश्रम गोदा विहार में स्वामी रंगनाथ आचार्य, छत्तीसगढ़ कुंज में महंत गोपी दास, अखंड परमधाम में स्वामी चित्प्रकाशानंद, संग परमहंस, सिंधी कुटिया में आसाराम बापू, रसिक विहारी परिसर में स्वामी वृंदावन शरण देव जूं महाराज, श्रोत मुनि में गुरु गंगेश्वरानंद, मलूक पीठ में स्वामी राजेंद्र दास देवाचार्य, आचार्य कुटी में स्वामी राम प्रपन्नाचार्य, लोटन कुंज में महंत हृदय दास, ब्रह्मा कुण्ड में स्वामी भरतदाचार्य, गोदा विहार मंदिर में स्वामी वृंदावन आचार्य, सुखधाम में बाबा बलराम दास, उड़िया बाबा आश्रम, परमहंस आश्रम, गोपाल मंदिर में महंत सच्चिदानंद, गया प्रसाद फाउण्डेशन में आचार्य पीयूष, बड़ी एवं छोटी सूरमा कुंज, श्रीनाथ धाम में पुराणाचार्य श्रीनाथ शास्त्री, कृष्ण कृपा कुटी में स्वामी ज्ञानानंद सहित सभी आश्रमों में गुरु पूजा हुई।
भगवान श्री बांके विहारी, राधा वल्लभ जी, राधा दामोदर, राधा श्याम सुंदर, प्रेम मंदिर, इस्कान मंदिर संग प्रमुख मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही।
कोसीकलां: कोकिलावन में गुरु पूजा के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं की सेवा के लिये स्थान-स्थान पर भंडारे, शर्बत प्याऊ लगाये गये थे। गोमती सरोवर स्थित बालाजी मंदिर पर हुए कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने महंत कृष्ण मुरारी भारद्वाज से आशीर्वचन लिए। राधा बल्लभ मंदिर सीताराम बाबा आश्रम पर भंडारा हुआ। महंत चैतन्यदास बाबा के शिष्यों ने गुरु पूजा की और आर्शीवाद लिया।
राधामाधव मंदिर, रामनगर स्थित काली मंदिर, बख्सर वाले बाबा के आश्रम पर भी कार्यक्रम हुआ। श्री निताई गौरांग संकीर्तन मंडल के तत्वावधान में सनातन गोस्वामी महोत्सव मनाया गया। चैतन्य महाप्रभु की लीलाओं का गायन हुआ।
बरसाना: हजारों श्रद्धालुओं ने गहवर वन की परिक्रमा लगाकर श्रीजी मंदिर समेत नगर के अन्य मंदिरों में दर्शन किए। कस्बे के विभिन्न आश्रमों में शिष्यों ने अपने गुरुओं का पूजन किया।
रंगीली महल आश्रम में जगदगुरु कृपालु महाराज के शिष्यों ने उनका पूजन किया। ब्रजाचार्य पीठ पर शिष्यों ने ब्रजाचार्य जी का, मान मंदिर पर संत रमेश बाबा का पूजन किया गया। भक्तमाल आश्रम, विनोद बिहारी आश्रम, गुर्जर आश्रम, धर्म क्राति सेना आश्रम, ललिता पीठ आदि स्थानों पर भी कार्यक्रम हुआ। सभी मंदिरों में भी भीड़ उमड़ी।
महावन: श्री गुरू कािर्ष्ण आश्रम रमणरेती महावन में पूरे दिन शिष्यों की भीड़ उमड़ी। शिष्यों ने गुरू शरणानन्द महाराज का पूजन विधि विधान पूर्वक कर पुण्य लाभ कमाया। महाराज जी द्वारा सभी को आशीर्वाद दिया गया। महावन के श्री नन्द भवन, चौरासी खम्भा पर श्री त्यागी जी महाराज, गणेश चट्टी स्थित आश्रम पर बंशी वाले बाबा तथा गोकुल महावन के प्रमुख मन्दिरों तथा आश्रमों ब्रह्माण्ड घाट, चिन्ताहरण आश्रम, ऊखल बन्धन आश्रम तथा गोकुल के मोनी बाबा आश्रम, गोपाल घाट आश्रम, टाटम्बरी आश्रम आदि स्थानों पर भी दिन भर अपने गुरू पूजन के लिए शिष्यों का तांता लगा रहा।
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