नाम नहीं लूंगा, लेकिन पार्टी नेताओं ने मुझे हरा दिया: प्रेमचंद्र
मैनपुरी जासं। दोपहर से बदले परिणामों ने मैनपुरी संसदीय सीट का फैसला भी कर दिया। गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर ही सही अपना गढ़ कहे जाने वाली मैनपुरी सीट पर मुलायम सिंह यादव ने दोबारा परचम लहरा दिया। प्रतिद्वंदी रहे भाजपा प्रत्याशी प्रेम सिंह शाक्य ने उन्हें जीत की बधाई देते हुए कहा कि भले ही चुनाव का परिणाम उनके उलट रहा लेकिन पूरे देश में भाजपा ने अपना झंडा लहराकर जो कीर्तिमान स्थापित किया है वह दोगुनी खुशी पहुंचा रहा है।
जासं, मैनपुरी : मैनपुरी लोकसभा सीट के चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद भाजपा प्रत्याशी प्रेम सिंह शाक्य ने अपनी हार स्वीकारते हुए पार्टी के नेताओं को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा दिया। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मतदाताओं ने अपना आशीर्वाद दिया। मानता हूं कि कम समय होने के कारण कहीं मुझसे भी चूक हुई है लेकिन मेरी हार के लिए पार्टी के नेता सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं। मैं किसी का नाम नहीं लेना चाहता लेकिन यह सच है कि उन्होंने प्रचार-प्रसार में लापरवाही बरती। जिन्हें जिम्मेदारी दी गई थी उन्होंने भरोसे के साथ खिलवाड़ किया है। कार्यकर्ता की तरह मतदाताओं के बीच ही रहूंगा और पार्टी की नीतियों को आगे बढ़ाऊंगा। खुशी इस बात की है कि पूरे देश में भाजपा का कमल खिला है। पार्टी ने एक बार फिर से कीर्तिमान रच दिया है।
हर किसी की रही प्रतिक्रिया
'देश में मोदी राज दोबारा आया है। मैनपुरी में परिणाम उम्मीद के मुताबिक नहीं मिले लेकिन पहले से बेहतर स्थिति में हमने टक्कर दी है। हार के कारणों की समीक्षा होगी। आखिर कहां कमजोर रहे हैं, इसका मंथन होगा। हर किसी की जिम्मेदारी की पड़ताल कराई जाएगी। आलोक गुप्ता, जिलाध्यक्ष भाजपा।
मैनपुरी संसदीय सीट सपा का अपना गढ़ रहा है। हमने जीत का तो आंकड़ा लगाया था वह उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा। मतों का फीसद कम रहा है। इसकी समीक्षा कराई जाएगी। आखिर किस जगह से हमें वोट कम मिले हैं। शुभम सिंह, जिलाध्यक्ष, बसपा।
मैनपुरी से नेताजी की जीत निश्चित थी। बस, वोट फीसद में थोड़ा सा आंकडे़ सही नहीं बैठे। अब सभी के साथ बैठक कर समीक्षा की जाएगी। खुमान सिंह वर्मा, कार्यवाहक जिलाध्यक्ष, सपा।