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थमे एंबुलेंस के पहिए, मरीज रहे परेशान

प्रदेश सरकार से वार्ता न होने से नाराज हड़ताली कर्मचारियों ने एंबुलेंसों का चक्का जाम कर दिया। जिले में संचालित होने वाली 51 एंबुलेंस को क्रिश्चियन मैदान में खड़ा कर धरना-प्रदर्शन किया। अनिश्चितकालीन हड़ताल के पहले दिन एंबुलेंसों के न चलने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। ज्यादातर को प्राइवेट एंबुलेंस की मदद से मरीजों को अस्पतालों के लिए ले जाया गया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 06:00 AM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 06:00 AM (IST)
थमे एंबुलेंस के पहिए, मरीज रहे परेशान
थमे एंबुलेंस के पहिए, मरीज रहे परेशान

जासं, मैनपुरी: प्रदेश सरकार से वार्ता न होने से नाराज हड़ताली कर्मचारियों ने एंबुलेंसों का चक्का जाम कर दिया। जिले में संचालित होने वाली 51 एंबुलेंस को क्रिश्चियन मैदान में खड़ा कर धरना-प्रदर्शन किया। अनिश्चितकालीन हड़ताल के पहले दिन एंबुलेंसों के न चलने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। ज्यादातर को प्राइवेट एंबुलेंस की मदद से मरीजों को अस्पतालों के लिए ले जाया गया।

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जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस कर्मचारी संगठन के कर्मचारियों द्वारा रविवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल का एलान किया था। मांगें न माने जाने के चलते सोमवार से सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। हड़ताल के पहले दिन सोमवार को शहर के क्रिश्चियन मैदान में कर्मचारियों द्वारा धरना-प्रदर्शन किया। संगठन के जिलाध्यक्ष का कहना है कि सरकार द्वारा उनकी मांगों पर कोई गौर नहीं किया गया है। प्राइवेट कंपनी को एंबुलेंस के संचालन का ठेका दे दिया गया है, जिससे हम लोगों की नौकरी खतरे में पड़ गई है।

सभी हड़ताली कर्मचारियों ने जिले में संचालित 54 में से 51 एंबुलेंस का चक्का जाम कर उन्हें क्रिश्चियन मैदान में खड़ा कर दिया। 102, 108 और एएलएस एंबुलेंस का संचालन न होने से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। फोन करने के बावजूद एंबुलेंस नहीं मिलने पर मरीजों को प्राइवेट एंबुलेंस की मदद लेनी पड़ी। धरना-प्रदर्शन में अनुज यादव, नवीन पाठक, रवींद्र कुमार, शिवरतन, रंजीत यादव, संजीत कुमार, राजेंद्र यादव, संजय चतुर्वेदी, रंजीत मिश्रा, धर्म सिंह, मोहित, शैलेंद्र, भूपेंद्र, विवेक आदि उपस्थित थे। सिर्फ तीन एंबुलेंस का कराया संचालन

हड़ताली कर्मचारियों द्वारा तीन 108 एंबुलेंस को हड़ताल से बाहर रखा गया था। कर्मचारियों का कहना है कि सिर्फ सड़क हादसों के गंभीर घायलों को ही वे अस्पताल तक पहुंचाएंगे। इसके अलावा किसी भी प्रकार का केस नहीं लेंगे। तीन एंबुलेंसों के जरिए लगभग आधा दर्जन घायलों को जिला अस्पताल की इमरजेंसी तक पहुंचाया गया। ये है जिले की स्थिति

30 एंबुलेंस 102

20 एंबुलेंस 108

04 एएलएस एंबुलेंस

अस्पतालों के पास अपनी एंबुलेंसों के अलावा प्राइवेट एंबुलेंस की मदद ली जा रही है। उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया गया है। शासन स्तर से भी वार्ता चल रही है। हमारी कोशिश है कि मरीजों को परेशानी न हो उन्हें स्थानीय स्तर पर ही उपचार मिल जाए।

डा. पीपी सिंह, सीएमओ।


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