शीत ने गलन को दी हवा, पारा धड़ाम, ठिठुरे लोग
मैनपुरी जासं। सोमवार को मौसम इस महीने का सर्वाधिक परेशानी वाला रहा। घना कोहरा मुख्य राहों को छोड़कर आबादी में घुस आया। हवा का साथ मिलने के बाद कोहरे ने गलन में इजाफा कर दिया। ओस भी बूंद बनकर बरसी तो पेड़ों के नीचे भी बारिश जैसे नजारे दिखे। न्यूनतम पारा भी लुढ़क कर सात डिग्री पर आ गया।
जासं, मैनपुरी: सोमवार को मौसम इस महीने का सर्वाधिक परेशानी वाला रहा। घना कोहरा मुख्य राहों को छोड़कर आबादी में घुस आया। हवा का साथ मिलने के बाद कोहरे ने गलन में इजाफा कर दिया। ओस भी बूंद बनकर बरसी तो पेड़ों के नीचे भी बारिश जैसे नजारे दिखे। न्यूनतम पारा भी लुढ़क कर सात डिग्री पर आ गया, जबकि अधिकतम 18 डिग्री रहा।
आधा जनवरी व्यतीत चुका है। दस दिन बाद बसंत ऋतु का आगमन होगा, लेकिन मौसम का बुरा हाल अभी पीछा नहीं छोड़ रहा है। सोमवार सुबह प्रमुख राहें घने कोहरे के आगोश में लिपटी रहीं तो हवा का साथ पाकर कोहरा आबादी में भी घुस आया। दोपहर 12 बजे तक कोहरा आबादी और राहों पर जमा रहा। हवा चलने के बाद कोहरा कम हुआ तो आसमान में छिपे सूरज भी बाहर निकल आए, इसके बाद लोगों को गुनगुनी धूप का अहसास शरीर को राहत देता रहा।
वहीं, सुबह गलन होने और न्यूनतम पारा के और नीचे चले जाने से ठंड शरीर को चुभती रही। इस दौरान आसमान से ओस भी महीन बूंदों की तरह बरसती रहीं, जिससे हल्की बारिश का अहसास होता रहा। गलन की वजह से नागरिकों को परेशानी भी झेलनी पड़ी। ऐसे मौसम की वजह से सुबह-सुबह पेड़ों के नीचे बारिश का हाल दिखा। पेड़ों पर जमा पाला बारिश की तरह पेड़ों से गिरता रहा। ऐसे मौसम की वजह से सुबह राहें सुनसान सी दिखीं, जबकि वाहन चालकों को सफर करने में दिक्कत झेलनी पड़ी।