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जलभराव से जूझ रहा बेवर का गांव रामनगर

बेवर संसू। आदर्श नगर पंचायत का दर्जा रखने वाली बेवर नगर पंचायत में भी वार्डों तक विकास की गंगा नहीं पहुंच सकी। कई वार्डों में वाशिदे बदइंतजामी से जूझ रहे हैं। वार्ड 8 रामनगर में नालियों की गंदगी और बरसाती पानी ने जीवन नारकीय बना दिया है। हल्की सी बारिश भी यहां के नागरिकों का रास्ता रोक देती है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Jul 2020 10:11 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 06:04 AM (IST)
जलभराव से जूझ रहा बेवर का गांव रामनगर
जलभराव से जूझ रहा बेवर का गांव रामनगर

संवाद सूत्र, बेवर: आदर्श नगर पंचायत का दर्जा रखने वाली बेवर नगर पंचायत में भी वार्डों तक विकास की गंगा नहीं पहुंच सकी। कई वार्डों में वाशिदे बदइंतजामी से जूझ रहे हैं। वार्ड 8 रामनगर में नालियों की गंदगी और बरसाती पानी ने जीवन नारकीय बना दिया है। हल्की सी बारिश भी यहां के नागरिकों का रास्ता रोक देती है।

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बेवर नगर पंचायत में 15 वार्ड हैं, परंतु सबसे ज्यादा बदहाली वार्ड आठ में नजर आती है। रामनगर के नाम से जाना जाने वाला यह क्षेत्र पूरे साल गंदगी, जलभराव का सामना करने को मजबूर है। करीब तीन हजार करीब आबादी वाले इस क्षेत्र में करीब 20 साल से यही हाल है। यहां जल निकासी के पर्याप्त इंतजाम ही नहीं किए गए हैं। गलियों में इंटरलॉकिंग है, लेकिन डाक बंगले से मोटा रोड तक क्षतिग्रस्त है। इनके साथ बनाई गई नालियां तक टूटी पड़़ी हैं। ऐसे में घरों से निकलने वाला पानी गांव के मुख्य मार्ग को चपेट में लेते हुए खाली जगह में भरा रहता है। इसने एक पोखर का रूप ले लिया है। क्षेत्रवासियों ने दर्जनों बार इसी शिकायत की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सकी। आदर्श ग्राम पंचायत का भी न मिला लाभ

मार्च 2019 में बेवर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय आदर्श नगर पंचायत घोषित किया था। तब नगर पंचायत में विकास के लिए चार करोड़ रुपये की राशि मिलने के बात कही गई थी। परंतु इसके बाद से अब तक इस वार्ड में कोई काम नजर नहीं आया। क्षेत्रवासी वीरेश, देशराज, नरेन्द्र यादव व उदयवीर ने बताया कि जब आदर्श नगर पंचायत बनने की जानकारी हुई तो बड़ी उम्मीद जगी थी, लेकिन यह भी अधूरा सपना साबित हुआ।

रामनगर में और भी हैं समस्याएं

जलभराव के साथ रामनगर और भी समस्याओं से जूझ रहा है। क्षेत्र में हरबोला समाज की बड़ी आबादी है, परंतु इनमें से करीब 75 परिवार झुग्गी-झोपड़ी में रह रहे हैं। इनको न तो आवास योजना का लाभ मिला है और न ही शौचालय बनवाने के लिए मदद। क्षेत्र में विद्युतीकरण भी पूरा नहीं है, लोग मजबूरी में प्राइवेट केबिलों से लाइन अपने घरों तक ले गए हैं। पप्पू यादव, राजवीर, जैराम, रमेश आदि ग्रामीणों ने बताया कि इस बार नगर पंचायत के चुनाव के समय ये मांग उठाएंगे। जल्द कराया जाएगा समस्या का निदान

नगर पंचायत अध्यक्ष सरितकांत भाटिया का कहना है कि स्वीकृत धनराशि में से आधी ही अवमुक्त हो सकी है, शेष अभी रूकी पड़ी है। रामनगर क्षेत्र की स्थिति के हिसाब आवश्यक सुविधाओं को बेहतर बनाने का काम किया जाएगा।


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