प्रत्याशी के चयन में उलझी भाजपा, दावेदारों की बढ़ी धड़कन
टिकट के लिए संभावित प्रत्याशियों ने लखनऊ में डाला डेरा हर कोई अपनी दावेदारी को लेकर ठोक रहा ताल
जासं, मैनपुरी: जिले में भाजपा के संभावित प्रत्याशियों की धड़कनें बढ़ गई हैं। हर कोई अपनी जीत का गणित साथ लेकर घूम रहा है। यही वजह है कि ज्यादातर ने लखनऊ में पार्टी कार्यालय पर डेरा डाल लिया है। टिकट की जुगाड़ को बडे़ नेताओं की गणेश परिक्रमा भी शुरू कर दी है। जबकि संगठन जिले में सपा के वर्चस्व को तोड़ने के लिहाज से नामों पर मंथन करने में जुटी है।
मैनपुरी में भाजपा के टिकट पर दावेदारी करने वाले संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट लंबी है। खुद को प्रत्याशी मानते हुए ये दावेदार जोर-शोर से प्रचार-प्रसार भी कर रहे हैं, लेकिन कोर कमेटी के बडे़ नेताओं की बैठक संपन्न होने के बाद जिले में भी हलचल काफी तेज हो गई है। उधर, इंटरनेट मीडिया पर भी कुछ ऐसे नाम वायरल होने लगे हैं जो अभी तक लाइमलाइट से दूर रहे हैं।
इंटरनेट मीडिया के जोर पकड़ने के बाद संभावित प्रत्याशियों में भी खलबली मच गई है। आलम यह है कि जिले के आधा दर्जन से ज्यादा संभावित प्रत्याशियों ने लखनऊ तक दौड़ लगा दी है। कुछ पार्टी कार्यालय पहुंचकर बडे़ नेताओं की गणेश परिक्रमा में जुट गए हैं। जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह चौहान का कहना है कि अभी किसी के नाम का औपचारिक एलान नहीं किया गया है। जो भी निर्णय होगा वह पार्टी नेतृत्व द्वारा लिखित मे अवगत कराया जाएगा। सीटें बढ़ाने पर दिया जोर
वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा ने भोगांव के सपाई दुर्ग में सेंधमारी करने में सफलता पाई थी। भोगांव विधानसभा में तीन बार के विधायक रह चुके सपा के आलोक शाक्य को शिकस्त देकर रामनरेश अग्निहोत्री ने भगवा परचम लहराया था। इस बार भाजपा इस विधानसभा को दोबारा केसरिया खेमे में समेटने की पूरी तैयारी में है। इसके अलावा मैनपुरी, किशनी सुरक्षित और करहल विधानसभा सीटों पर भी नजर है। इन सीटों पर बीते चुनाव में भाजपा दूसरे स्थान पर रही थी। भाजपा यहां जातीय समीकरणों के लिहाज से प्रत्याशी उतारने पर मंथन कर रही है। दोनों दल एक-दूसरे के इंतजार में
सपा और भाजपा दोनों ही दल टिकटों के वितरण को लेकर एक-दूसरे के इंतजार में हैं। दोनों में से किसी ने भी जिले में एक भी प्रत्याशी के नाम पर मुहर नहीं लगाई है। दलों से जुड़े लोगों का कहना है कि इस बात पर भी नजर रखी जा रही है कि दूसरे दल किस प्रत्याशी को उतार रहे हैं। हालांकि यह इंतजार ज्यादा लंबा नहीं होने वाला है। नामांकन की तिथी तक प्रत्याशी घोषित होने की संभावना है।