दो घंटे बंद रहा दवा काउंटर, भटके मरीज
जिले में तैनात फार्मेसिस्ट ने अपनी लंबित समस्याओं को लेकर आंदोलन की शुरूआत कर दी। शुक्रवार को उन्होंने दो घंटे तक हड़ताल रखी। दवा काउंटर बंद रहने से मरीजों को काफी दिक्कत हुईउ।
मैनपुरी : लंबित समस्याओं के निस्तारण की मांग को लेकर गुरुवार को फार्मेसिस्टों ने दो घंटों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर दीं। दवा काउंटर पर ताला जड़ धरने पर बैठ गए। बाद में सीएमएस को ज्ञापन देने के साथ हड़ताल खत्म कर वापस काम पर लौटे।
गुरुवार की सुबह आठ बजे अस्पताल तो खुला, लेकिन फार्मेसिस्ट काम पर नहीं पहुंचे। डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन के बैनर तले परिसर के बाहर धरने पर बैठे साथियों को संबोधित करते हुए शिवमंगल ¨सह ने कहा कि सरकार हमारी मांगों को अनसुना कर रही है। पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करने के लिए बार-बार आंदोलन किए जा रहे हैं। लेकिन, सरकार इस मांग पर ध्यान ही नहीं देती है। पुरानी पेंशन हमारा अधिकार है और हर हाल में हम इसे लेकर रहेंगे।
अध्यक्ष नेत्रपाल ¨सह यादव ने कहा कि उप स्वास्थ्य केंद्रों पर फार्मेसिस्टों के पद ही नहीं हैं। यहां पदों का सृजन कराया जाए। बड़ी संख्या में पद रिक्त पडे़ हैं। इन पर तैनाती करने की बजाय अधिकारी मौजूदा फार्मेसिस्टों पर ही अतिरिक्त कार्य का बोझ डालते हैं। बार-बार मांग की जाती रही है कि दस वर्ष की सेवा के बाद फार्मेसिस्टों को राजपत्रित घोषित कर उन्हें भी अधिकार दिए जाएं। हड़ताल के दौरान कामकाज प्रभावित हुआ। दवा काउंटर सहित कई दूसरे कार्यालय भी बंद रहे। फार्मेसिस्टों ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके सागर को मांगपत्र सौंपा है। दवाओं के लिए परेशान रहे मरीज
सुबह आठ से 10 बजे तक फार्मेसिस्टों की हड़ताल के कारण दूर-दराज से आए मरीजों को दिक्कतों से जूझना पड़ा। चिकित्सकों से परामर्श तो कर लिया लेकिन दवा के लिए भटकते रहे। 10 बजे काउंटर दोबारा खुलने के बाद ही दवाओं का वितरण कराया जा सका।