सथिनी में भी हुआ लाखों रुपये का शौचालय घोटाला
मैनपुरी जासं। ग्राम सभा दलीपपुर सथिनी में भी कई लाख का शौचालय घोटाला सामने आया है। ग्रामीणों की शिकायत पर टीम की जांच में तमाम शौचालय अधूरे मिले तो कई बने ही नहीं हैं। प्रधान को मिली राशि से भी 51 शौचालय अधूरे मिले जबकि लाभार्थियों को मिली राशि से भी 34 अधूरे पाए गए। अब जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रधान और सचिव पर कार्रवाई होगी।
जासं, मैनपुरी: ग्राम सभा दलीपपुर सथिनी में भी कई लाख का शौचालय घोटाला सामने आया है। ग्रामीणों की शिकायत पर टीम की जांच में तमाम शौचालय अधूरे मिले तो कई बने ही नहीं हैं। प्रधान को मिली राशि से भी 51 शौचालय अधूरे मिले, जबकि लाभार्थियों को मिली राशि से भी 34 अधूरे पाए गए। अब जांच रिपोर्ट आने के बाद प्रधान और सचिव पर कार्रवाई होगी।
मामला मैनपुरी ब्लॉक की ग्राम सभा दलीपपुर सथिनी से जुड़ा है। हिदू युवा वाहिनी के जिला संयोजक दीपक चौहान और नगर अध्यक्ष शैलू राठौर ने प्रधान और सचिव पर स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत बनवाए गए शौचालयों में लाखों की धनराशि के गोलमाल का आरोप लगाते हुए शिकायत डीएम से की थी। शिकायत पर सीडीओ ने कमेटी बनाकर जांच के निर्देश दिए। जांच समिति ने ग्राम पंचायत के अण्डाहार, सथनी और दलीपपुर के अलावा नगला सुम्मेर में घर-घर शौचालय की जांच की तो बड़ा घोटाला सामने आया। यहां प्रधान द्वारा 63 शौचालयों की राशि निकाली गई थी, जिनमें से मात्र 12 ही पूर्ण पाए गए। वहीं, लाभार्थी खाते में आई धनराशि में भी खेल हुआ। इस राशि से केवल 19 ही शौचालय ही पूर्ण मिले, जबकि 34 अधूरे मिले।
यह मिली कमियां: ऐसे शौचालय में किसी की छत नहीं है तो किसी की सीट गायब है। किसी का गड्ढा नहीं है, पत्थर से छत पाट दी गई है तो किसी लाभार्थी को दूसरी किस्त नहीं मिली है। कहीं ताला लगा था, कहीं कंडे भरे हुए मिले। किसी ने तो शौचालय खुद की राशि से बनवाया है तो कोई दो सूची में शामिल होकर दो शौचालयों का लाभ ले गया।
यह रहे समिति में: सीडीओ के निर्देश पर बीते नौ अक्टूबर को गठित समिति में जिला कृषि अधिकारी डॉ. गगनदीप सिंह के अलावा अपर सांख्यिकीय अधिकारी अवधेश कुमार और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अवर अभियंता लक्ष्मीनारायण को शामिल किया गया था। टीम ने दो बार गांव जाकर जांच की।
जांच में नहीं किया सहयोग: शौचालय की जांच को बनी समिति ने 30 नवंबर को गांव में जाकर जांच की तो प्रधान श्री कृष्ण यादव और सचिव चंद्रपाल को पूर्व में ही बता दिया गया। यह दोनों नहीं आए और शौचालयों के लिए मिली धनराशि का कोई रिकॉर्ड भी उपलब्ध नहीं कराया। इसके बाद टीम ने गांव में जाकर छह दिसंबर को जांच की तब यह दोनों आए, लेकिन कोई रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया।
लाखों का है घपला
जांच टीम से जुड़े जानकारों के अनुसार, ग्राम सभा में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत बनाए गए शौचालयों में आठ से 10 लाख तक का घपला किया गया है। शिकायतकर्ताओं ने बताया कई शौचालय तो पूर्व प्रधान के समय के बने थे, जिनको दोबारा पेंट कराकर नया रूप दिया गया है और पैसा निकाल लिया गया।
गांव दलीपपुर सथिनी की रिपोर्ट मिल गई है, प्रधान और सचिव पर कार्रवाई की जाएगी। जांच रिपोर्ट का विश्लेषण किया जा रहा है। - नगेंद्र शर्मा, सीडीओ।