शिक्षक बन तोगड़िया ने सिखाए खेत और खेती के गुर
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: कैंसर सर्जन और विश्व ¨हदू परिषद के कार्यकारी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: कैंसर सर्जन और विश्व ¨हदू परिषद के कार्यकारी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया मंगलवार को शिक्षक दिवस पर एक शिक्षक की भूमिका में आ गए। उनकी कक्षा में छात्र थे हर उम्र के किसान। किसानों को कर्जदार होने का न केवल कारण बताया, बल्कि उनको उन्नत खेती के गुर भी सिखाए। दो घंटे तक चली इस क्लास में किसानों को प्रकृति के जरिए खाद बनाकर खेती को बेहतर करने का तरीका भी बताया।
शहर के क्रिश्चियन मैदान में विहिप की ओर से 'समृद्ध किसान-समृद्ध देश' विषय पर किसान संगोष्ठी में डॉ. तोगड़िया ने समृद्ध किसान से लेकर आत्महत्या करने वाले किसानों के वृतां सुनाए। बोले, किसान पहले समृद्ध था, धीरे-धीरे कर्जदार हुआ और फिर आत्महत्या करने वाला किसान बन गया। जब किसान समृद्ध था, तो उन पर कर्ज नहीं था। लेकिन आज आधे से अधिक किसानों पर कर्ज है। बोले, एक शिक्षक की तरह आया हूं। किसानों पर आठ लाख करोड़ का कर्ज है। उन्होंने किसानों के कर्जदार होने के कारण भी गिनाए। कहा कि किसानों को उनकी लागत तय करने का अधिकार नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में उनकी फसल की लागत भी नहीं निकल रही है। उन्होंने कहा कि जब किसानों को लागत का डेढ़ गुना मूल्य मिले तभी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के उपायों पर भी विचार करना जरूरी है।
खुद तैयार किया विशेष पाउडर
डॉ. तोगड़िया ने खुद के द्वारा तैयार एक पाउडर दिखाया। बताया कि खेत में बारिश के दौरान ये पाउडर डालने से वह पानी सोख लेगा और जैल की तरह हो जाएगा। जब बारिश की जरूरत होगी और मिट्टी की नमी खत्म हो जाएगी तो पाउडर पानी छोड़ देगा और मिट्टी में नमी हो जाएगी। इससे हम कम बारिश में भी अच्छी फसल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि खैर के गोंद में भी यही प्रवृत्ति है। रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग को बंद कर जैविक खाद की ओर कदम बढ़ाने होंगे। उन्होंने कहा कि गाय का गोबर, पानी, गुड़ और बेसन के जरिए अच्छी जैविक खाद बनाई जा सकती है। इससे फसल भी बढ़ेगी और मिट्टी को पोषक तत्व भी मिलेंगे। विहिप नेता ने कहा कि आजादी के समय देश की कुल जीडीपी में कृषि का योगदान 44 फीसद था, जो अब घटकर 14 फीसद रह गया है।
उन्होंने किसानों को खेतों में फसल की सुरक्षा के लिए एक सोलर झटका सिस्टम भी बताया। जो खेतों में लगाया जाएगा। खेतों के चारों ओर तारों से वाय¨रग होगी, जिससे कोई भी जानवर खेत में घुसने की कोशिश करेगा, तो उसे झटका लगेगा। उन्होंने कहा कि गाय तभी बचेगी, जब किसान बचेगा, किसान ही नहीं बचेगा तो गाय की रक्षा कौन करेगा। गोष्ठी के मंच पर महामंडलेश्वर स्वामी हरिहरानंद जी महाराज, कार्यक्रम संयोजक और विहिप जिलाध्यक्ष डॉ. सौरभ मिश्रा भी मौजूद रहे।
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मंच से उतर किसानों के बीच बैठे
डॉ. प्रवीण तोगड़िया मंच से भाषण खत्म होने के बाद नीचे उतरकर किसानों के बीच बैठ गए। उन्होंने किसानों से लागत मूल्य से डेढ़ गुना समर्थन मूल्य पाने के लिए जागरूक होकर आवाज उठाने पर जोर दिया। उन्होंने किसान संगठनों को समर्थन मूल्य के मुद्दे पर एक होने की नसीहत दी।
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शहरवासियों से बोले- रोगमुक्त बनाएंगे भारत
संगोष्ठी से पहले डॉ. तोगड़िया पंजाबी कॉलोनी स्थित श्री एकरसानंद आश्रम भी पहुंचे। यहां उन्होंने शहर के बुद्धिजीवियों के साथ बैठक की। इसे नागरिक मिलन का नाम दिया। कहा कि विहिप देश के ¨हदुओं के सम्मान व स्वाभिमान की रक्षा के लिए कार्य कर रही है। कहा कि हम डॉक्टरों का एक संगठन तैयार कर रहे हैं। इसके जरिए डॉक्टर एक घंटा रोज समाज सेवा को भी देंगे। दस हजार डॉक्टर हमसे जुड़ गए हैं। जब डॉक्टर समाजसेवा करेंगे तो रोगमुक्त भारत का सपना साकार होगा। यहां वह महामंडलेश्वर हरिहरानंद जी महाराज से मिले और उनसे इस मुद्दे पर चर्चा की।
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कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
विधायक रामनरेश अग्निहोत्री, भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक गुप्ता, महेश चंद्र अग्निहोत्री, मनीष यादव, प्रेम ¨सह शाक्य, डॉ. गया प्रसाद दुबे, रोहित, राहुल राठौर, बजरंग दल के जिला संयोजक राहुल चतुर्वेदी, प्रियरंजन आशू दिवाकर, आशीष पांडेय, मंजूषा चौहान, जय प्रकाश मिश्रा, सुषमा दीक्षित, कविता राठौर, पूनम मिश्रा, अर¨वद तोमर, अमित गुप्ता, अनुराग पांडेय, अजयपाल ¨सह चौहान, सुमित चौहान, शिवदत्त भदौरिया आदि।
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वैदिक मंत्रों से स्वागत, मंदिर में पूजन
डॉ. प्रवीण तोगड़िया का श्री एकरसानंद आश्रम में गुरुकुल के छात्रों ने वैदिक मंत्रों के बीच स्वागत किया। इस दौरान डॉ. तोगड़िया ने मंदिर में पूजन भी किया।