राहगीरों को दर्द दे रहे सड़कों के'जख्म'
जेएनएन, मैनपुरी: जिले के संपर्क मार्ग बदहाल हैं। कई मार्ग आज तक पक्के नहीं कराए जा सके है
जेएनएन, मैनपुरी: जिले के संपर्क मार्ग बदहाल हैं। कई मार्ग आज तक पक्के नहीं कराए जा सके हैं तो कुछ लंबे समय से मरम्मत का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन सड़कों में हुए गड्ढे लोगों की जान के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। आए दिन वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी प्रशासन सड़कों के गड्ढे भरने के लिए कोई पहल नहीं कर रहा है।
करहल : करहल क्षेत्र के गांव कंझरा व लाखनमऊ को जाने वाला संपर्क मार्ग काफी समय से जगह-जगह टूट गया है। डामर टूट जाने से गिट्टी सड़क पर बिखरी पड़ी है। कई जगह काफी गहरे गड्ढे भी हो गए हैं। अब तक कई बार बड़े वाहन गड्ढे में पहिया जाने के कारण पलट चुके हैं। इससे वाहन क्षतिग्रस्त होने के साथ-साथ लोग भी घायल हो जाते हैं। उप्र सरकार का गड्ढा मुक्ति अभियान भी इन सड़कों के जख्म नहीं भर सका। बताते चलें कि कंझरा को जाने वाली सड़क करहल से नगला अंती होकर बरनाहल तक जाता है। जिसके कारण इस सड़क पर वाहनों का काफी दबाव है। शुक्रवार को गांव विनायकपुर निवासी किसान बादाम ¨सह इसी रास्ते से आलू से भरा ट्रैक्टर लेकर जा रहे थे। तभी एक गड्ढ में ट्रॉली का पहिया जाने से वह पलट गई। सड़क के गड्ढे भरवाने के लिए लोग पहले भी उप जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र दे चुके हैं। लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बिछवां : विकास खंड सुल्तानगंज के गांव नगला खगी जाने वाला रास्ता आज तक कच्चा है। इसकी लंबाई लगभग एक किलोमीटर है। जब माइनर में पानी आ जाता है तो इस सड़क से वाहन लेकर निकलना तो दूर की बात है, पैदल निकलने में भी परेशानी होती है। जिसके कारण गांव के लोगों को दूसरे रास्ते से होकर जाना पड़ता है। इस रास्ते से उन्हें लगभग दोगुनी दूरी तय करनी पड़ती है। गांव के लोगों ने जिलाधिकारी से डामरीकरण कराए जाने की मांग की है। मांग करने वालों में राम¨सह, राजेश, राजाराम, महाराज ¨सह, बादशाह, वीरेंद्र, धन¨सह, रामबाबू, दिनेश शामिल हैं।