परिवहन विभाग की राहत भी बढ़ाती रही यात्रियों की मुश्किल
डिपो से संचालित 61 बसों की सेवा भी पड़ गई कम, लंबे रूट की बसों ने नहीं किया स्टेशन पर ठहराव।
मैनपुरी : रक्षाबंधन पर्व पर पहली बार बहनों को सुखद निश्शुल्क यात्रा की सुविधा दी गई। लेकिन, विभाग की यह राहत भी यात्रियों की मुश्किलें कम न कर सकी। भीड़ का असर ऐसा हुआ कि डिपो से संचालित 61 बसों की सेवा भी कम पड़ गई। उधर, लंबी दूरी तय करके आने वाली बसों को चालकों ने डिपो तक पहुंचाया ही नहीं। शार्ट कट के जरिए बाइपास से गुजार ले गए। चालक-परिचालकों की ऐसी मनमानी की वजह से सवारियों को बेवजह परेशान होना पड़ा।
पहली बार शासन ने महिलाओं को रक्षाबंधन के दिन रोडवेज बसों में निश्शुल्क यात्रा की सुविधा दी। असुविधा पैदा न हो, इसके लिए 29 अगस्त तक के लिए सभी चालक-परिचालकों की छुट्टियां भी रद कर दी गईं। मैनपुरी डिपो से संचालित 60 सरकारी और एक अनुबंधित बस को मिलाकर कुल 61 बसों का संचालन कराया गया, लेकिन विभाग की राहत भी यात्रियों की मुश्किलें कम न कर सकी। सबसे ज्यादा समस्या उन यात्रियों को हुई जिन्हें आगरा, दिल्ली या फिर फर्रुखाबाद रूटों पर जाना था।
दिल्ली, अलीगढ़, कानपुर और लखनऊ से होकर आगरा और दूसरे रूटों पर जाने वाली लंबी दूरी की बसों के चालकों ने परेशानी को और भी ज्यादा बढ़ा दिया। बसों को रोडवेज बस स्टैंड से गुजारने की बजाय बाइपास होते हुए शॉर्ट कट से गुजारा गया। ऐसे में परेशान यात्रियों को डग्गामार वाहनों और प्राइवेट संसाधनों की मदद लेनी पड़ी। सोमवार को त्योहार मनाने के बाद वापस लौटने वाले यात्रियों को भी असुविधा से जूझना पड़ा। बसों में भीड़ की वजह से महिलाओं को बैठने तक की जगह नहीं मिली।
जिम्मेदार बनाते रहे दूरी, नहीं हुई मॉनीट¨रग: रक्षाबंधन का पर्व बीतने के बाद सोमवार को बस स्टैंड की सुविधाएं दोबारा बदतर दिखीं। दोपहर तक डिपो के अधिकारी दूरी बनाए रहे। यात्रियों की सुविधाओं का हाल जानने के लिए कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। बस स्टैंड पर जगह-जगह पड़ी गंदगी भी विभागीय व्यवस्था पर सवाल उठाती रही। डिपो की दूसरी मंजिल पर अधिकारियों के लिए बनवाए गए कक्षों में भी कोई चहल-पहल नहीं दिखी। सिर्फ पूछताछ काउंटर पर ही एनाउंसमेंट के जरिए बसों की आवाजाही की जानकारी दी जाती रही। सुरक्षा व्यवस्था भी धड़ाम रही। इन रूटों पर रही सुविधा:
मैनपुरी डिपो के बेड़े में कुल 61 बसें हैं। इनमें से दिल्ली और आगरा रूट पर 15- 15 बसें, भोगांव, बेवर, फर्रुखाबाद रूट पर 12 बसों के अलावा लोकल रूटों से होते हुए भी बसों का संचालन कराया गया। एआरएम हरीदास का कहना है कि यात्रियों की सुविधा के लिए सभी प्रकार के प्रयास कराए गए हैं। हमारे चालक-परिचालकों द्वारा भी अच्छी कोशिशें हुई हैं। लेकिन, थोड़ी-बहुत परेशानियां सामने आईं थीं। प्रयास है कि बस स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया कराई जाएं।