हाथ में पट्टी लपेट छात्रा को भेज दिया जिला अस्पताल
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने नहीं दिया उपचार, गंभीर हालत में सैफई रेफर, स्कूल की दीवार ढहने से दबी थी छात्रा।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। स्वास्थ्य सेवाओं की बदसूरत तस्वीर ने इस बार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुरहरी को सुर्खियों में ला दिया है। स्कूल की बाउंड्रीवाल के मलबे में दबकर घायल हुई छात्रा के इलाज के नाम पर सिर्फ पट्टी बांधकर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। न तो एंबुलेंस उपलब्ध कराई और न ही उपचार देना जरूरी समझा। इमरजेंसी में प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत देख छात्रा को सैफई के लिए रेफर कर दिया गया है।
विकास खंड बेवर के गांव कुशलपुर निवासी दौलतराम की नौ वर्षीय बेटी मोना मानपुरहरी स्थित राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में कक्षा चार में पढ़ती है। गुरुवार दोपहर लगभग 12 बजे वह टॉयलेट के लिए गई थी। तभी अचानक शौचालय में पार्टीशन को बनाई गई दीवार ढह गई। जिसके मलबे में दबकर छात्रा घायल हो गई। चीख-पुकार सुनकर पहुंचे शिक्षकों ने मलबे को हटा छात्रा को बाहर निकाला। हाथ से खून का रिसाव देख शिक्षक उसे लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुरहरी पहुंच गए। आरोप है कि यहां चिकित्सकों ने कोई उपचार नहीं दिया। सिर्फ पट्टी बांधकर और एक टेबलेट देकर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। एंबुलेंस की सुविधा भी मुहैया नहीं कराई गई। निजी वाहन से जिला अस्पताल पहुंचे परिजनों ने इमरजेंसी में भर्ती कराया।
यहां स्थिति देख चिकित्सकों के भी होश उड़ गए। छात्रा की कलाई और उंगलियां कई जगहों से टूट चुके थे। हड्डियां पूरी तरह से बाहर आ गई थीं। प्राथमिक उपचार देकर छात्रा को सर्जरी के लिए सैफई रेफर कर दिया गया।