पीएचसी के संचालन को किसानों ने लहराईं लाठियां
मैनपुरी : रातोंरात पीएचसी की सुविधाओं को हटवाकर उन्हें भांवत स्थित नवीन भवन में स्थानांति
मैनपुरी : रातोंरात पीएचसी की सुविधाओं को हटवाकर उन्हें भांवत स्थित नवीन भवन में स्थानांतरित किए जाने से नाराज ग्रामीणों ने स्वास्थ्य अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कार्यशैली पर सवाल खडे़ करते हुए किसानों ने सीएमओ कार्यालय परिसर में लाठियां लहराते हुए सीएमओ का घेराव किया। किसानों के तल्ख तेवरों को देखते हुए सीएमओ ने आनन-फानन में स्वास्थ्य सुविधाओं को बहाल करते हुए चिकित्सकों की तैनाती का आदेश भी जारी कर दिया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सगामई का पिछले लगभग 40 वर्षों से संचालन हो रहा है। यहां दर्जनों गांवों के सैकड़ों मरीजों को उपचार दिया जाता है। पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा मरीजों की सुविधाओं को दरकिनार किया जा रहा था। कुछ दिन पहले चिकित्साधिकारी द्वारा रातोंरात सगामई स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के उपकरणों और अन्य सामान को कई किमी दूर भांवत स्थित नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचाया जा रहा था।
विरोध कर रहे ग्रामीणों को सीएमओ ने आश्वासन दिया था कि सगागई केंद्र यथावत रहेगा। लेकिन, मंगलवार की रात यहां से विद्युत वाय¨रग को उखाड़कर अन्य सामान को ले जाता देख ग्रामीण भड़क गए। बुधवार की दोपहर पहले ग्रामीणों ने विकास भवन पर प्रदर्शन किया। उसके बाद सीएमओ कार्यालय परिसर में नारेबाजी शुरू कर दी। महिलाओं ने सीएमओ का घेराव करते हुए उन्हें कमरे से बाहर नहीं निकलने दिया। किसानों के तल्ख तेवरों को देखते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुलिस को भी बुला लिया।
सीएमओ डॉ. अर¨वद कुमार गुप्ता ने किसान नेता तिलक ¨सह राजपूत, राजा ठाकुर के साथ वार्ता में आश्वासन दिया कि पीएचसी सगामई को यथावत रखा जाएगा। उनके आश्वासन के बाद ही किसानों ने नारेबाजी बंद की। विरोध प्रदर्शन के दौरान ब्रजेश दिवाकर, रामबेटी, ऊषा, रीना, नारायण देवी, अनारकली, किरन देवी, उमा देवी, सुशीला, गुड्डी, वेदराम, दीपक, कुलदीप, योगेश, रमेश, राकेश ठाकुर, सुभाष चंद्र आदि मौजूद थे।
शाम को जारी हुए आदेश
शाम होते-होते सीएमओ ने आदेश जारी कर डॉ. पंकज तिवारी के अलावा फार्मासिस्ट हरिदर्शन, स्टाफ नर्स आशुतोष पांडेय, एएनएम मंजू, एलटी गौरव यादव एवं वार्ड ब्वॉय शिवकुमार को सगामई केंद्र से समायोजित कर दिया।