दादा मियां जाफर शाह का दो दिवसीय उर्स आज से
कस्बे के मुहल्ला काजी में हजरत दादा मियां जाफर शाह का दो दिवसीय उर्स उनके अस्ताने रोजे पर मंगलवार से शुरू होगा। उर्स में आने वाले जायरीनों के लिए इस बार अजमुल हसन जाफरी ने भोजन व ठहरने की विशेष व्यवस्था की है। यहां मन्नत पूरी होने पर सोने चांदी का चिराग चढ़ाते है।
संसू, करहल : कस्बे के मुहल्ला काजी में हजरत दादा मियां जाफर शाह का दो दिवसीय उर्स मंगलवार से शुरू होगा। उर्स में आने वाले जायरीनों के लिए इस बार अजमुल हसन जाफरी ने भोजन और ठहरने की विशेष व्यवस्था की है। जायरीन मन्नत पूरी होने पर सोने चांदी का चिराग चढ़ाते है।
उर्स व्यवस्थापक के अनुसार हजरत जाफर शाह वर्ष 1100 में बुखारा से ¨हदुस्तान इस्लाम धर्म का प्रचार करने आए थे। प्रचार का माध्यम करहल कस्बा जो उस समय करील गांव के नाम से जाना जाता था। बाद में उनके अनुयाइयों ने उनका रोजे के नाम से मकबरा मस्जिद बनाई, तबसे प्रति वर्ष उर्स का आयोजन हो रहा है।