30 नवंबर को स्वत: समाप्त हो जाएगी संविदाकर्मियों की सेवाएं
मैनपुरी जासं। आने वाले दिनों में जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं गड़बड़ा सकती हैं। यूपीएचएसएसपी से संविदा पर तैनात किए गए 33 पैरामेडिकल आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवाएं समाप्ति को एनएचएम द्वारा अग्रिम नोटिस जारी किए जाने के बाद इंतजामों पर संकट मंडराने लगा है। हालांकि अभी तक अस्पताल प्रशासन की ओर से कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है।
जासं, मैनपुरी : आने वाले दिनों में जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं गड़बड़ा सकती हैं। यूपीएचएसएसपी से संविदा पर तैनात किए गए 33 पैरामेडिकल आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवाएं समाप्ति को एनएचएम द्वारा अग्रिम नोटिस जारी किए जाने के बाद इंतजामों पर संकट मंडराने लगा है। हालांकि, अभी तक अस्पताल प्रशासन की ओर से कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है।
यूपीएचएसएसपी द्वारा वर्ष 2016 में जिला अस्पताल में 33 पैरामेडिकल स्टाफ को संविदा पर रखा गया था। तब से वे लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं। लेकिन, पिछले कुछ महीनों से इनकी सेवा को लेकर असमंजस बना हुआ है। लगातार दो बार सेवा समाप्ति का नोटिस जारी कर दिया गया। बावजूद इसके अभी तक इन सभी से काम लिया जा रहा है। अब अपर मिशन निदेशक एनएचएम जसजीत कौर ने पत्र भेजकर साफ कर दिया है कि 30 नवंबर से इन सभी की सेवाएं स्वत: ही समाप्त हो जाएंगी।
इस आदेश से पैरामेडिकल स्टाफ में रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि यदि निकालना ही था तो फिर दो महीनों तक किस आदेश से उनसे काम लिया जाता रहा है। किसी को भी काम करने से संबंधित पत्र नहीं दिया गया था। यदि निर्णय न हुआ तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। इन सेवाओं पर पडे़गा असर
वर्तमान में अस्पताल में तैनात पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा जिला अस्पताल की इमरजेंसी को बखूबी संभाला जा रहा है। इसके अलावा ओपीडी, वार्ड, टीबी वार्ड, डेंगू वार्ड के अलावा अस्पताल की दूसरी चिकित्सीय सेवाओं को भी पूरा किया जा रहा है। अचानक सेवा समाप्ति से अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से प्रभावित होंगी। इनमें इमरजेंसी की स्थिति सबसे ज्यादा खराब होगी। 'शासन के निर्देशानुसार कार्य कराया जा रहा है। वर्तमान स्थिति से स्वास्थ्य अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। हम वैकल्पिक इंतजाम करा रहे हैं।'
डॉ. आरके सिंह, प्रभारी सीएमएस
जिला अस्पताल।