पॉलीथिन से मुक्ति को संध्या ने बढ़ाए हाथ
मैनपुरी, भोगांव : समाज के लिए बेहतर करने की जिम्मेदारी हम सबकी है। इसके लिए जरूरी नहीं
मैनपुरी, भोगांव : समाज के लिए बेहतर करने की जिम्मेदारी हम सबकी है। इसके लिए जरूरी नहीं है कि हम समाज में एक बड़े बदलाव के साथ इसकी शुरुआत करें। अगर वाकई में हम समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं तो एक छोटी सी पहल भी एक बड़ा बदलाव ला सकती है।
ऐसी ही एक छोटी सी पहल की है भोगांव के मुहल्ला जौहरी निवासी संध्या दुबे ने। उन्होंने समाज को पॉलीथिन से निजात दिलाने का बीड़ा उठाया है। इसकी शुरुआत उन्होंने पिछले वर्ष अपने मुहल्ले से ही की थी। उन्होंने सबसे पहले घर के आसपास रहने वाली महिलाओं को जागरूक किया। बताया कि पॉलीथिन हमें कितना नुकसान पहुंचा सकती है। केवल इतना ही नहीं, उन्होंने महिलाओं को कपड़े के थैले बनवाकर उनका निश्शुल्क वितरण भी कराया। वे जिन लोगों को कपड़े के थैले भेंट करती हैं, उनसे पॉलीथिन का उपयोग न करने का संकल्प भी लेती हैं। अब वे 'सारांश फाउंडेशन' के माध्यम से अपनी इस मुहिम को आगे बढ़ा रही हैं। संध्या बताती हैं कि पॉलीथिन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बावजूद भी पॉलीथिन का धड़ल्ले से प्रयोग किया जा रहा है। वे तब तक लोगों को जागरूक करती रहेंगी, जब तक कि पॉलीथिन पूर्ण रूप से बंद नहीं हो जाती है। वे बताती हैं कि उन्होंने शुरुआत अकेले ही की थी। लेकिन आज वे अकेली नहीं हैं। उनके मुहल्ले के साथ-साथ नगर की अन्य महिलाएं भी अब लोगों को पॉलीथिन का प्रयोग न करने के लिए जागरूक कर रही हैं।