कमीशन के कारोबार में हुआ मुनाफा तो अस्पताल में कटा केक
टारगेट पूरा होने पर दवा प्रतिनिधियों ने मनाया जश्न चिकित्सकों को दिए महंगे उपहार जिला महिला चिकित्सालय के कमरे में साझा की गई खुशी चर्चा होने पर सबने साधी चुप्पी।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। जिला महिला चिकित्सालय इन दिनों चर्चा में है। दवा कंपनियों का टारगेट पूरा कराने में सहयोग पर खुश दवा प्रतिनिधियों ने लक्ष्यपूर्ति का जश्न मनाया। अस्पताल परिसर के ही एक कमरे में केक काटकर चिकित्सकों को महंगे गिफ्ट भी भेंट किए। चोरी छिपे खुशियों को साझा करने का यह कार्यक्रम सप्ताह भर बाद सार्वजनिक होने लगा है। हालांकि अस्पताल प्रशासन और चिकित्सक इससे इनकार कर रहे हैं।
जिला महिला चिकित्सालय में अधिकांश चिकित्सकों के अपने या उनके परिजनों के निजी चिकित्सालय संचालित हैं। ऐसे में दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों का अस्पताल परिसर में आना-जाना आम है। चिकित्सक अस्पताल में कम ही बैठते हैं, लेकिन जब बैठते हैं तो ज्यादातर मरीजों को बेहतर उपचार के लिए अपने निजी चिकित्सालयों पर आने की सलाह देते हैं। स्थिति यह है कि बड़ी संख्या में जिला महिला चिकित्सालय से मरीज दोपहर बाद इनके निजी अस्पतालों में पहुंचकर उपचार कराते हैं।
इसका सीधा फायदा दवा प्रतिनिधियों को होता है। एमआर कंपनियों के दिए टारगेट को पूरा करने के लिए चिकित्सकों से साठगाठ कर उन्हें अच्छा-खासा प्रलोभन देते हैं। बदले में चिकित्सक इनकी बताई गई दवाएं लिखते हैं। टारगेट पूरा होने पर सप्ताह भर पहले दवा प्रतिनिधियों ने सहयोग करने वाले दो चिकित्सकों के साथ जश्न मनाया। बाकायदा पांच किलो का केक लेकर आए। अस्पताल के कमरे में बैठकर केक काटा और बाद में कोल्ड ड्रिक के साथ खुशियां साझा कीं। आभार जताते हुए एमआर ने दो बडे़ कार्टन में महंगे उपहार भेंट किए। सूत्रों की मानें तो इसमें एक महिला और एक पुरुष चिकित्सक के अलावा कुछ खास कर्मचारी भी शामिल थे। मेरे संज्ञान में तो ऐसा कुछ भी नहीं है कि अस्पताल में कोई जश्न मनाया गया हो। न तो किसी चिकित्सक का बर्थ-डे था और न ही कोई विशेष दिवस। फिर भी यदि चर्चा है तो इसकी जानकारी कराई जाएगी।
डॉ. एके पचौरी, सीएमएस
जिला महिला चिकित्सालय, मैनपुरी।